मोहाली
आय से अधिक संपत्ति के मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी शुक्रवार को विजिलेंस ब्यूरो के समक्ष पेश हुए. इस दौरान उनसे करीब 7 घंटे तक पूछताछ की गई. इस जांच को चन्नी ने पूरी तरह से राजनीतिक बताया है. शाम को विजिलेंस ब्यूरो के मोहाली ऑफिस से बाहर निकलते वक्त चन्नी ने पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार मुगलों से भी बदतर व्यवहार कर रही है. ये सरकार हमें बदनाम करने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है.
14 अप्रैल को 7 घंटे लंबी पूछताछ के बाद चन्नी ने कहा कि लोकतंत्र में यह तरीका नहीं है. वे बिना किसी आधार के केस बनाने की कोशिश करते हैं. पंजाब सरकार को जो करना है, वो कर सकते हैं. लेकिन मैंने हमेशा ईमानदारी से काम किया है और आगे भी करता रहूंगा. वहीं, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि AAP सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है. साथ ही कहा कि अगर चन्नी के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो उन्हें विजिलेंस जांच का सामना करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.
सुबह करीब 11 बजे विजिलेंस ब्यूरो के मोहाली ऑफिस में पूछताछ के लिए जाने से पहले चन्नी ने राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार पर जमकर निशाना साधा था. साथ ही दावा किया था कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का शासन प्रतिशोध की राजनीति कर रहा है. चन्नी ने कहा कि उन्हें यातना दी जा सकती है, गिरफ्तार किया जा सकता है या फिर उनकी हत्या भी की जा सकती है. लेकिन वह इसका सामना करने के लिए तैयार हैं.
चन्नी ने 20 अप्रैल तक मांगी थी मोहलत
पूर्व मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि अगर एक भी व्यक्ति कहता है कि चन्नी किसी भ्रष्ट आचरण में लिप्त है तो मुझे फांसी पर लटका दो. दरअसल पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने शुरू में चन्नी को पूछताछ के लिए 12 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा था. हालांकि, उन्होंने जांच में शामिल होने के लिए कुछ समय मांगा. जिसे स्वीकार करते हुए 20 अप्रैल को उन्हें पेश होने के लिए कहा गया. हालांकि विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने इस डेट को बदलकर 14 अप्रैल कर दिया. मतलब चन्नी को दिया गया समय कम कर लिया गया.
विजिलेंस ब्यूरो ने चन्नी से क्या-क्या पूछा?
सूत्रों ने मुताबिक ब्यूरो के अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान चन्नी और उनके परिवार की संपत्तियों, बैंक खातों, उनके विवरण, विदेश में किए गए किसी भी निवेश के बारे में जानकारी मांगी. इसके अलावा उनसे उनके भतीजे भूपिंदर हनी की गतिविधियों के बारे में भी पूछताछ की गई. हालांकि चन्नी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की बात को खारिज कर दिया और कहा कि जांच पूरी तरह से राजनीतिक है. उन्हें वह करने दें जो वे चाहते हैं.चन्नी ने कहा कि जालंधर लोकसभा उपचुनाव से पहले उन्होंने कुछ मुद्दे उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि AAP सरकार उनके सवालों से घबरा गई है, जिसमें दलितों से संबंधित सवाल भी शामिल हैं. भ्रष्टाचार में संलिप्तता के मामले में पंजाब के कुछ कांग्रेस नेता पहले से ही विजिलेंस ब्यूरो की जांच दायरे में हैं.
कितनी संपत्ति के मालिक हैं चन्नी?
– 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए दाखिल हलफनामे में चन्नी ने अपने पास 9.45 करोड़ रुपये की संपत्ति बताई है. हालांकि, 2017 की तुलना में 2022 में चन्नी की संपत्ति कम हो गई है. 2017 में चन्नी के पास 14.51 करोड़ रुपये की संपत्ति थी.
– चरणजीत सिंह चन्नी के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 2.62 करोड़ की चल संपत्ति है. वहीं, 6.82 करोड़ रुपये से ज्यादा की अचल संपत्ति है.
– चन्नी के पास 1.50 लाख और उनकी पत्नी डॉ. कमलजीत कौर के पास 50 हजार रुपये कैश हैं. वहीं, चन्नी के बैंक खातों में 78.49 लाख और उनकी पत्नी के खातों में 12.76 लाख रुपये जमा हैं.
– सीएम चन्नी के पास 32.57 लाख रुपये की एक टोयोटा फॉर्च्यूनर कार है. इसे उन्होंने 2018 में खरीदा था. उनकी पत्नी के पास दो कार है. एक कार की कीमत 15.78 लाख रुपये है, जबकि दूसरी कार की कीमत 30.21 लाख रुपये है.
– इसके अलावा चन्नी के पास 10 लाख और उनकी पत्नी के पास 54 लाख रुपये के गहने हैं. चन्नी ने 26.67 लाख रुपये एक पेट्रोल पंप में भी इन्वेस्ट किए हैं. चन्नी के पास कृषि और गैर-कृषि भूमि के अलावा कई बंगले भी हैं. चन्नी पर 63.29 लाख और उनकी पत्नी पर 25.06 लाख रुपये का कर्ज भी है.