मुंबई
पिछले कुछ दिनों की तेजी के बाद आज शेयर बाजार में तगड़ी गिरावट देखी जा रही है. निफ्टी जहां 100 अंकों से ज्यादा टूट गया था तो वहीं Sensex में 400 अंक से ज्यादा की गिरावट देखी गई थी. वहीं बैंक निफ्टी में सबसे ज्यादा 1.42 फीसदी की कमी आई है. इस बीच, HDFC बैंक के शेयरों ने निवेशकों को तगड़ा नुकसान कराया है.
53000 करोड़ रुपये का नुकसान!
शुक्रवार को बाजार खुलते के कुछ देर बाद ही HDFC बैंक के शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूट गए. शेयरों में भारी गिरावट के कारण HDFC Bank का मार्केट कैप 53,000 करोड़ रुपये कम हो गए. यानी कि HDFC बैंक के निवेशकों का वैल्यूवेशन 53000 करोड़ रुपये कम हुआ है. अभी प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंक का मार्केट कैप 13.13 लाख करोड़ रुपये है. खबर लिखे जाने तक HDFC बैंक के शेयर 4.16 फीसदी गिरकर 1655 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.
HDFC बैंक के शेयर में इतनी बड़ी गिरावट क्यों?
देश के सबसे बड़े बैंक के शेयरों में तगड़ी गिरावट कर्जदाता द्वारा लोन और एडवांस, डिपॉजिट ग्रोथ पर जून तिमाही के कारोबारी अपडेट देने के बाद आया है. जून तिमाही के नतीजों से पहले बैंक ने अपडेट जारी किया है, जिसके मुताबिक HDFC बैंक के लिए लोन डिस्ट्रीब्यूशन और डिपॉजिट ग्रोथ आमतौर पर कम रहे हैं. नोमुरा इंडिया ने अपने नोट अपडेट में कहा है कि पिछले तीन वर्षों में बैंक के लोन और डिपॉजिट में 1 से 3 प्रतिशत की ग्रोथ रही है.
बैंक लोन डिस्ट्रीब्यूशन में कमी
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के अपडेट के बाद, एचडीएफसी बैंक का शेयर बीएसई पर 4.19 प्रतिशत गिरकर 1,654.25 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए थे. HDFC बैंक ने प्रो-फॉर्मा आधार पर अपने ग्रॉस मैनेजमेंट एसेट (AUM) में 11 प्रतिशत की साल-दर-साल या फ्लैट ग्रोथ रखी है. लोन बिक्री के बाद, ग्रॉस डेट में 0.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि साल-दर-साल ग्रोथ 10.8 प्रतिशत की रही है.
HDFC बैंक के शेयर पर आया टारगेट
नोमुरा इंडिया ने शेयर पर 1,660 रुपये का टारगेट प्राइस सुझाया है और कहा "एचडीएफसी बैंक की ऋण और जमा वृद्धि (प्रो-फॉर्मा आधार पर) हमारे वित्त वर्ष 25 एफ अनुमानों से कम है, जो कि क्रमशः 12 प्रतिशत और 17 प्रतिशत है. एचडीएफसीबी की बैलेंस शीट में सुधार हो रहा है, लेकिन हमारा मानना है कि यह प्रक्रिया धीरे-धीरे होगी.