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असद अहमद के शव को कसारी-मसारी कब्रिस्तान में नीम के पेड़ के नीचे दफनाया गया

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प्रयागराज

प्रयागराज उमेश पाल मर्डर केस में मुख्य आरोपी असद अहमद के एनकाउंटर के बाद अब उसके सुपुर्दे खाक कर दिया गया है। मस्जिद में आखिरी नमाज के बाद उसके शव को लेकर करीबी कब्र तक पहुंचे। वहां पर शव को पहले से बनाए गए कब्र में दफना दिया गया। गुरुवार को एनकाउंटर के बाद शनिवार को असद का शव प्रयागराज लाया गया। असद के शव को लाए जाने की चर्चा के बाद कसारी-मसारी स्थित अतीक अहमद के पैतृक आवास पर हलचल बढ़ी। शनिवार की सुबह भारी संख्या में लोग जुट गए थे। पुलिस में किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए आखरी समय में प्लानिंग में बदलाव किया। असद के शव को सीधे कब्रिस्तान ले जाए जाने का निर्णय लिया गया। उसके शव को उसके घर पर नहीं ले जाने की बात कही गई है। वकील उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनरों की हत्याकांड को अंजाम देने वाले माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को दफना दिया गया।

उमेश पाल हत्याकांड के 48 दिनों तक यूपी एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम ने मुख्य आरोपी असद अहमद और अन्य शूटरों की तलाश जारी रखी। कई बार सूचनाओं के बाद भी वह भागने में कामयाब हुआ। आखिरकार वह यूपी एसटीएफ के शिकंजे में आया। झांसी में एनकाउंटर के बाद से ही प्रयागराज में हलचल बढ़ी हुई है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि माफिया अतीक अहमद के बेटे का भी एनकाउंटर हो सकता है। हालांकि, अब अतीक का बेटा असद को सुपुर्दे खाक की तैयारी चल रही है। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है। कब्रिस्तान में ड्रोन की भी तैनाती की गई है। असद के जनाजे में कुछ ही लोगों को शामिल होने की इजाजत दी है।

एंबुलेंस से कब्रिस्तान पहुंचा शव
कसारी-मसारी कब्रिस्तान में एंबुलेंस से असद का शव पहुंचा। वहां पर स्थित मस्जिद के पास एंबुलेंस रोका गया। इसके बाद दफनाए जाने की प्रक्रिया को पूरा कराया जा रहा है। कब्रिस्तान के सभी गेटों को बंद कर दिया गया। कब्रिस्तान के रास्तों पर पुलिस तैनात की गई है। लोगों को इस तरफ जाने से रोका गया। हालांकि, गांव से कुछ लोग कब्रिस्तान पहुंचे। इन सबके बीच मां शाइस्ता परवीन के आखिरी बार बेटे का मुंह देखने के लिए कसारी-मसारी कब्रिस्तान जाने की चर्चा खूब चलती रही। हालांकि, भारी सुरक्षा इंतजामों के कारण कब्रिस्तान तक पहुंच पाना संभव होता नहीं दिख रहा है।

सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम
पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया है। अतीक अहमद की आवाज से लेकर कसारी-मसारी कब्रिस्तान तक भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। एडिशनल सीपी सतीश चंद्र ने बताया कि सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी है। लोगों को घरों में रहने को कहा गया है। अतीक अहमद के आवास पर जुटे लोगों को पुलिस ने वापस किया गया है। एडिशनल सीपी ने कहा कि असद अहमद के जनाजे में लिमिटेड लोगों को ही शामिल होने की इजाजत मिलेगी। एडिशनल सीपी ने कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। प्रयागराज पुलिस की ओर से रैपिड एक्शन फोर्स की भी तैनाती की गई है। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर प्रयास किया गया है।

बॉर्डर को भी किया गया है सील
प्रयागराज में बॉर्डर इलाके को भी सील कर दिया गया है। कौशांबी बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस पर तैनाती की गई है। इसके अलावा अन्य रास्तों पर भी पुलिस बल तैनात हैं। आने वाले आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि बेटे के जनाजा में मां शाइस्ता परवीन पहुंच सकती हैं। असद अहमद के जनाजे में उसके पहुंचने की बात कही गई। हालांकि, असद के जनाजे और आखिरी नमाज को लेकर कसारी-मसारी कब्रिस्तान में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। पुलिस ने हर पहुंचने वाले लोगों की तफ्तीश की है। करीबियों को पहले ही सुपुर्दे-खाक कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत थी। हालांकि, अतीक के परिवार का कोई भी सदस्य इस जनाजे में शामिल नहीं होगा।