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भारत में बीते तीन सालों में ही क्रेडिट कार्ड स्पेंडिंग तीन गुना बढ़ा, देख लीजिए RBI की रिपोर्ट

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नई दिल्ली

इस समय लोग खुल कर खर्च (Spending) कर रहे हैं। पास में पैसे नहीं हैं तो कोई बात नहीं। क्रेडिट कार्ड (Bank Credit Card) है ना। समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं चुका पाए तो ईएमआई (Credit Card EMI) बंधवा लिए। लेकिन शौक या आवश्यकता तो पूरी होगी ही। तभी तो पिछले तीन साल में क्रेडिट कार्ड का खर्च तीन गुना बढ़ कर 18 लाख रुपये से भी ऊपर चला गया है।

तीन साल में तीन गुना

देश में क्रेडिट कार्ड का उपयोग (Credit Card USE) कितनी तेजी से बढ़ रहा है, इसका अंदाजा रिजर्व बैंक के आंकड़ों (RBI Data) से ही मिलता है। इस आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन वर्षों के दौरान क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन तीन गुना बढ़ गया है। यह मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के दौरान 18.31 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह तीन साल पहले, मार्च 2021 में, 6.30 लाख करोड़ रुपये था। उल्लेखनीय है कि अर्थव्यवस्था कोविड महामारी से उत्पन्न समस्याओं से बाहर आ गई है। इस समय उपभोक्ताओं के विश्वास में लगातार वृद्धि हो रही है।

 

किस तरीके से बढ़ रहा है खर्च

भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2021 को समाप्त वर्ष के दौरान क्रेडिट कार्ड लेनदेन का मूल्य 6.30 लाख करोड़ रुपये था। यह मार्च 2022 में बढ़कर 9.71 लाख करोड़ रुपये और मार्च 2023 तक 14.32 लाख करोड़ रुपये हो गया। अब यह 18 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है। इस समय कार्ड यूजर्स का मासिक खर्च 1.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। इस साल मार्च महीने में यह 164,459 करोड़ रुपये रहा जबकि मार्च 2021 में यह 72,319 करोड़ रुपये था।

क्रेडिट कार्ड की बढ़ रही है संख्या

आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि बैंकों द्वारा जारी किए गए क्रेडिट कार्ड की संख्या भी मार्च 2024 तक तेजी से बढ़कर 10.18 करोड़ हो गई है। एक साल पहले यानी मार्च 2023 में यह संख्या 8.53 करोड़ और मार्च 2022 में 7.36 करोड़ और मार्च 2021 में 6.20 करोड़ थी।

बकाया में भी हो रही है बढ़ोतरी

जिस तरह से लोग क्रेडिट कार्ड से खर्च खूब कर रहे हैं, उसी तरह उनका बकाया भी बढ़ रहा है। मई 2024 तक क्रेडिट कार्ड का बकाया 2,67,979 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि 2022 में यह 1,61,512 करोड़ रुपये था। कार्ड बकाया बैंकों द्वारा दी गई ब्याज-मुक्त अवधि के बाद ग्राहकों से मिलने वाली राशि है।

क्रेडिट कार्ड में निजी बैंकों का दबदबा

देश के बैंकिंग सेक्टर को देखें तो सबसे आगे स्टेट बैंक है जो कि सरकारी बैंक है। लेकिन क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में निजी बैंकों का दबदबा है। एचडीएफसी बैंक 2.11 करोड़ क्रेडिट कार्ड के साथ शीर्ष कार्ड जारीकर्ता है।भारतीय स्टेट बैंक का नंबर इसके बाद ही है। इस बैंक ने अब तक 1.91 करोड़ कार्ड जारी किए हैं। इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक 1.7 करोड़ कार्ड और एक्सिस बैंक के 1.43 करोड़ कार्ड हैं। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, एचडीएफसी बैंक ने मई 2024 के महीने में 16,251 करोड़ रुपये के पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) ट्रांजेक्शन और 25,155 करोड़ रुपये के ई-कॉमर्स कार्ड यूज की सूचना दी है।

फेस्टिवल ऑफर भी खूब आ रहे हैं

बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि जिस चीज ने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड सेगमेंट की ओर आकर्षित किया है, वह अधिक खर्च पर पुरस्कार, ऋण ऑफर और एयरपोर्ट लाउंज लाभ, फेस्टिवल ऑफर जैसे प्रोत्साहन हैं। हालांकि उन्हें क्रेडिट कार्ड का अतिशय उपयोग करने से पहले कई बार सोचना चाहिए। ''उनका कहना है कस्टमर्स यह समझना चाहिए कि यदि वे ब्याज-मुक्त अवधि से अधिक समय तक कार्ड का बकाया रखते हैं, तो उन्हें कुछ मामलों में 42 प्रतिशत तक की ब्याज दर का भुगतान करना पड़ता है। यह उन्हें कर्ज के जाल में फंसा देगा।''