Home मध्यप्रदेश बसई रेलवे स्टेशन हुआ हादसा, स्टेशन प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप,...

बसई रेलवे स्टेशन हुआ हादसा, स्टेशन प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप, एक की मौत

21

दतिया, बसई

 मंगलवार अलसुबह बसई रेलवे स्टेशन के निर्धारित प्लेटफार्म पर पठानकोट ट्रेन न आने के कारण वहां मौजूद यात्रियों में अचानक हड़बड़ी मच गई। इस ट्रेन को मेन ट्रैक पर रोके जाने से भोपाल जाने के लिए तैयार बैठे करीब एक दर्जन से अधिक महिला-पुरुष ट्रेन पकड़ने के लिए मैन ट्रैक पर पहुंच गए। इसी बीच बगल वाली लाइन से तेज गति से आ रही सुपर फास्ट ट्रेन की चपेट में आने से एक वृद्ध की कटकर दर्दनाक मौत हो गई। वहीं करीब 12 लोग बाल-बाल बच गए।

स्टेशन पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने स्टेशन प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। मौजूद लोगों का कहना था कि सुबह पांच बजे भोपाल की ओर जाने वाली पठानकोट एक्सप्रेस बसई में निर्धारित प्लेटफार्म नंबर एक पर रुकती है। पिछले कई दिनों से देखा जा रहा है कि पठानकोट आने के समय प्लेटफार्म नंबर एक पर मालगाड़ी आदि खड़ी कर दी जाती है। जबकि उस समय पठानकोट के लिए प्लेटफार्म खाली रखना चाहिए। ऐसा न होने के कारण अब हादसे हाेने लगे हैं।

जानकारी के अनुसार मंगलवार को बसई निवासी रामभरोसे सेन अपने बेटा, बहू व एक नातिन के साथ बड़ी नातिन की लगुन व फलदान लेकर भोपाल जा रहे थे। घटना अलसुबह लगभग पांच बजे की है। इस दौरान भोपाल जाने वाली पठानकोट एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 11058 बसई रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक के बाद वाले ट्रैक पर आकर रुकी।

प्लेटफार्म नंबर एक पर लगभग हमेशा की तरह पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी। ऐसे में पठानकोट को प्लेटफार्म नंबर एक के बाद वाले ट्रैक पर रोका गया। इस दौरान रामभरोसे सेन परिवार सहित पठानकोट ट्रेन पर चढ़ने के लिए बीच ट्रैक पर पहुंच गए। इतने में ही इसके बगल वाले ट्रैक पर धड़धड़ाती हुई सुपरफास्ट ट्रेन 07389 गोमती नगर एक्सप्रेस आ गई। तेज रफ्तार ट्रेन के पास आने पर रामभरोसे सेन घबरा गए और ट्रेन की चपेट में आ गए। घटना के संबंध में मृतक के पुत्र राजेश सेन का कहना था कि सुपरफास्ट ट्रेन की गति काफी तेज थी, लेकिन उनके परिवार के अन्य सदस्य बाल-बाल बच गए अन्यथा स्टेशन पर बड़ा हादसा घटित हो जाता। घटना के बाद रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई। रेलवे स्टेशन पर जो मालगाड़ी प्लेटफार्म नंबर एक पर खड़ी थी, उसे हटाया गया। इस दौरान और भी बहुत से यात्री खड़े थे, लेकिन सभी ने धैर्य से काम लिया और बच गए। मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि पठानकोट एक्सप्रेस ट्रेन को किसी भी प्लेटफार्म पर खड़ा कर देते तो यह घटना नहीं घटती। जब ट्रेन निर्धारित प्लेटफार्म पर ना आकर बीच ट्रैक पर आएगी तो ऐसी घटना तो घटेगी ही।

इससे पहले भी कुछ महीनों से एक मालगाड़ी बसई रेलवे स्टेशन पर काफी दिनों तक खड़ी कर दी गई थी। जिससे लोगों को प्लेटफार्म तक पहुंचने में परेशानी होती थी। भोपाल को जाने वाली ट्रेन अधिकांश प्लेटफार्म नंबर एक पर ही रुकती थीं, लेकिन जिस समय भोपाल को जाने वाली गाड़‍ियां आती हैं, उसी समय प्लेटफार्म नंबर एक पर मालगाड़ी खड़ी दिखाई देती है।

इस मामले में स्टेशन प्रबंधन का कहना है कि मालगाड़ी के ओवर आवर हो जाने के कारण उसे रोका गया था। इसके चलते पठानकोट एक्सप्रेस को अन्य ट्रैक पर लेकर उसके ठहराव का समय भी एक मिनट और बढ़ाया गया था। ताकि तीन मिनट में वहां मौजूद यात्री आसानी से गाड़ी में बैठ सकें, लेकिन इस दौरान यह हादसा घटित हो गया और वृद्ध ट्रेन की चपेट में आ गया।