मुंबई
UPI Transactions: यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए ट्रांजेक्शन में जोरदार इजाफा हुआ है। जून 2024 में यूपीआई से ट्रांजेक्शन का आंकड़ा 13.89 बिलियन तक पहुंच गया। साल दर साल आधार पर (YoY) पर इसमें 49 फीसदी की बंपर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने जारी आंकड़े में इस बात की जानकारी दी है। जून में लेन-देन का वौल्यूम 20.07 लाख करोड़ रुपये रहा, जो मई में 20.45 लाख करोड़ रुपये से 1.9 फीसदी कम है। साल-दर-साल आधार पर, लेन-देन के वौल्यूम में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
एवरेज ट्रांजेक्शन
रोजाना का एवरेज ट्रांजेक्शन राशि 66,903 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जबकि जून में औसत रोजाना का लेन-देन की संख्य 463 मिलियन थी। जून में, तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) लेन-देन की मात्रा मई में 558 मिलियन की तुलना में 7 प्रतिशत घटकर 517 मिलियन रह गई। अप्रैल 2016 में UPI के शुरू होने के बाद मई 2024 में वॉल्यूम और वैल्यू दोनों के मामले में ट्रांजैक्शन सबसे ज्यादा हुए थे।
आधार-इनेबल्ड पेमेंट
आधार-इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिए भी लेनदेन में बढ़ोतरी देखी गई। मार्च 2024 के बाद ट्रांजेक्शन का वौल्यूम एक बार फिर से 100 मिलियन तक पहुंच गया। हालांकि, FASTag की मात्रा में थोड़ी गिरावट आई क्योंकि औसत दैनिक लेन-देन पिछले महीने के 11.21 मिलियन की तुलना में घटकर 11.15 मिलियन रह गया। जून में इसका वैल्यू पिछले महीने के 191 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 193 करोड़ रुपये प्रतिदिन हो गया।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने सोमवार को लेन-देन के आंकड़े जारी करते हुए बताया कि जून महीने में 1,389 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए हैं। इसके जरिए 20.07 लाख करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर हुई है। पिछले साल जून, 2023 में 934 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए 14.75 लाख करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर हुई। इस तरह पिछले साल की तुलना में ऑनलाइन लेन-देन की संख्या 49 फीसदी ज्यादा है, जबकि ट्रांसफर की जाने वाली राशि में 36 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, मई की तुलना में वॉल्यूम में एक फीसदी और वैल्यू में फीसदी फीसदी की गिरावट आई है।
मई, 2024 में यूपीआई के जरिए 1,404 करोड़ ट्रांजैक्शन हुआ, जबकि इसके जरिए 20.45 लाख करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई थी। अप्रैल, 2016 में यूपीआई के शुरू होने के बाद से मई 2024 में वॉल्यूम और वैल्यू दोनों के मामले में ट्रांजैक्शन सबसे ज्यादा हुए थे।।