अजमेर.
अजमेर के दरगाह थाना क्षेत्र में बीते दिनों 800 साल पुराने जैन मंदिर में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी व चोरी का माल खरीदने वाले सुनार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चांदी के छत्र को गलाकर बनाई गई सिल्ली भी बरामद कर ली है। फिलहाल दोनों से अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
दरगाह थानाधिकारी नरेन्द्र जाखड़ ने बताया कि 21 जून को प्रदीप पाटनी की ओर से रिपोर्ट दी गई कि रात्रि के समय अज्ञात चोर गुफा वाले जैन मंदिर का ताला तोड़कर भगवान की मूर्ति पर लगे नौ चांदी के छत्र चोरी कर ले गए। पुलिस ने इस पर मुकदमा दर्ज कर करीब 200 सीसीटीवी फुटेज देखे, जिसमें चार संदिग्ध व्यक्ति नजर आए। ये रोडवेज बस स्टैंड के पास से कुचामन सीकर की तरफ जाने वाली प्राइवेट बस में बैठते देखे गए। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी सोहनलाल (36) पुत्र पेमाराम रेदास को पकड़ कर पूछताछ की तो चोरी करना कबूल कर लिया। थानाधिकारी नरेंद्र जाखड़ ने बताया कि चोरी किए गए छत्र शिवप्रकाश पुत्र लक्ष्मीनारायण सोनी को बेचना बताया। शिवप्रकाश ने पुछताछ करने पर चांदी के छत्रों को गलाकर एक सिल्ली बनाना बताया। जिस पर पुलिस ने उसके पास से 356 ग्राम की सिल्ली बरामद की है। फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ कर रही है।