Home राजनीति वंशवाद, क्षेत्रवाद विकास में बाधक : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

वंशवाद, क्षेत्रवाद विकास में बाधक : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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गुवाहाटी
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वंशवाद और क्षेत्रवाद की नीति पर शुक्रवार को करारा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी सरकार कोई भी निर्णय किसी निजी स्वार्थ या वोट बैंक की राजनीति से नहीं बल्कि देश और देशवासियों के हित को ध्यान में रख कर करती है। उन्होंने कहा, ‘‘जब वंशवाद, क्षेत्रवाद, भ्रष्टाचार और अस्थिरता की राजनीति हावी होने लगे तो विकास असंभव हो जाता है।”

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों से महिलाओं को भी बड़ा फायदा हुआ है। मोदी असम के के दौरे पर यहां एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर राज्य में 3,400 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। समारोह में असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, मुख्यमंत्री हिमंत बिश्वशर्मा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया, राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार, राज्य सरकार के कई मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मोदी ने कहा, ‘‘हमारी सरकारों में नीति, नियत और निष्ठा किसी स्वार्थ से नहीं बल्कि- “राष्ट्र प्रथम, देशवासी प्रथम” की भावना से तय होती है।” उन्होंने कहा, ‘‘हमने वोट बैंक के बजाय देश की जनता की मुश्किलों को कम करने पर फोकस किया है।” उन्होंने कहा कि आज पूर्वोत्तर के लोगों ने विकास की बागडोर आगे बढ़कर खुद संभाल ली है। वे पूर्वोत्तर के विकास से भारत के विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। देश में स्वास्थ्य सेवाओं और गरीबों के स्वास्थ्य बीमा की योजनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि महिलाओं को उपचार के लिए दूर न जाना पड़े और गरीबों को पैसे के अभाव में अपना इलाज न टालना पड़े।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने जो भी योजनाएं शुरू कीं, उसका बहुत बड़ा लाभ महिलाओं की सेहत को हुआ है। स्वच्छ भारत अभियान ने महिलाओं को बहुत सारी बीमारियों से बचाया, उज्जवला योजना के तहत मिले गैस कनेक्शनों ने महिलाओं को जानलेवा धुएं से बचाव हुआ और मिशन इंद्रधनुष ने करोड़ों मिलओं का मुफ्त टीकाकरण करके दिलायी, जलजीवन मिशन ने उन्हें दूषित जल जनित बीमारियों से बचाया।” मोदी ने आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गुवाहाटी और तीन अन्य मेडिकल कॉलेजों को राष्ट्र को राष्ट्र को समर्पित किया तथा 'आपके द्वार आयुष्मान' अभियान शुरू किया, असम एडवांस्ड हेल्थ केयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट की आधारशिला रखी। इस तरह पूर्वोत्तर क्षेत्र को आज पहला एम्स मिला है।

मोदी ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में पूर्वोत्तर में सामाजिक बुनियादी ढांचे में काफी सुधार हुआ है, ‘‘हम लोगों के लिए 'सेवा भाव' के साथ काम करते हैं। हमारी सरकार 21वीं सदी की जरूरतों के हिसाब से भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र का आधुनिकीकरण कर रही है।” सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने रोंगाली बिहू के शुभ अवसर पर लोगों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि असम और उत्तर पूर्व के स्वास्थ्य ढांचे को नई ताकत मिली है, क्योंकि पूर्वोत्तर को अपना पहला एम्स मिला है और असम राज्य को तीन नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं।

उन्होंने कहा कि आआईटी गुवाहाटी के सहयोग से उन्नत अनुसंधान के लिए 500 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की आधारशिला भी रखी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि असम के लाखों नागरिकों को आयुष्मान कार्ड वितरित करने के लिए मिशन मोड में काम चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि असम में शुरू की जा रही परियोजनाओं का लाभ पड़ोसी राज्यों अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर और मिजोरम के नागरिकों को भी मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने पिछले 8-9 वर्षों में पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रयासों और सड़क, रेल और हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे में स्पष्ट सुधार का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भौतिक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सामाजिक बुनियादी ढांचे को भी इस क्षेत्र में भारी बढ़ावा मिला है, क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व तरीके से विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने पूर्वोत्तर को ले कर एक दूरी का भावना पैदा किया था और इस क्षेत्र को मुख्य भूमि से बहुत दूर समझा था, लेकिन वर्तमान सरकार एक सेवा-उन्मुख विश्वास के साथ काम कर रही है और आज पूर्वोत्तर हमें दूर नहीं लगता तथा अपनेपन का भाव भी बना रहता है।