नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट टीम ने अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले जा रहे टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में जगह बना ली है। करीब 10 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय टीम पहली बार खिताबी मुकाबला खेलने उतरेगी। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच फाइनल शनिवार को बाराबडोस में खेला जाएगा। इससे पहले भारत ने 2007 में अपना पहला टी20 विश्व कप का खिताब जीता था और फिर 2014 में टी20 विश्व कप का फाइनल खेला था, जिसमें श्रीलंका ने जीत हासिल की थी। भारत ने रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने पिछले कुछ दिनों में लगातार मैच खेले हैं। टी20 विश्व कप के बिजी शेड्यूल को देखते हुए फैंस थोड़े सहमे हुए नजर आ रहे हैं, क्योंकि भारतीय टीम जब शनिवार को मैच खेलेगी, तो वह नौ दिन के अंदर अपना पांचवां मुकाबला खेलने उतरेगी, ऐसे में सपोर्ट स्टाफ पर खिलाड़ियों की फिटनेस को बरकरार रखने की जिम्मेदारी होगी। वहीं लगातार मैच खेलने से खिलाड़ी थके हुए भी नजर आ रहे हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेलने के कुछ घंटे बाद ही भारतीय टीम बाराबडोस के लिए रवाना हो गई थी, जहां उसे फाइनल खेलना है। एयरपोर्ट कई खिलाड़ियों के चेहरे पर थकान साफ नजर आ रही थी। जोकि फाइनल से पहले अच्छा संकेत नहीं है। वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका की टीम इस मामले में बेहतर नजर आ रही है। अफ्रीका की टीम जब फाइनल खेलने उतरेगी तो वह आठ दिन के अंदर अपना चौथा मैच खेलने उतरेगी, ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी अपने आपको तरोताजा महसूस करेंगे और फाइनल में पूरी ताकत से लड़ेंगे।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की, 13वीं बार आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में बनाई जगह साउथ अफ्रीका की टीम ने अपना पिछला मैच 27 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था। हालांकि ये मुकाबला एकतरफा रहा था और सिर्फ 20.4 ओवर में ही खत्म हो गया था। छोटा मुकाबला होने के कारण एडन मार्करम के नेतृत्व वाली टीम को फाइनल के लिए खुद को तैयार करने का पूरा मौका मिला है।
दूसरी तरफ भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया और फिर इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों से खेलकर फाइनल तक पहुंच रही है। सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने 20 ओवर बल्लेबाजी करने के बाद 16.4 ओवर तक फील्डिंग की है। उसके बाद कुछ घंटे के अंदर ही टीम को बाराबडोस की फ्लाइट भी पकड़नी थी। शुक्रवार को टीम थोड़ा आराम करेगी। हालांकि फाइनल से पहले टीम को अभ्यान करने का मौका भी शायद ही मिले।
अफगानिस्तान की टीम के साथ ऐसा ही देखने को मिला था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 23 मई को और फिर 25 मई को बांग्लादेश के खिलाफ सुपर-8 मुकाबला जीतने के बाद टीम को ज्यादा आराम करने का मौका नहीं मिला। 27 मई को सेमीफाइनल में अफगानिस्तान के खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम सिर्फ 56 रन ही सिमट गई, जिसे अफ्रीका ने 8.5 ओवर में ही हासिल कर लिया था। लगातार हुए मैचों का असर टीम के प्रदर्शन पर भी पड़ा था।