होव (इंग्लैंड)
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन ने बुधवार को काउंटी चैम्पियनशिप मैच में 43 रन लुटाकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट इतिहास में दूसरा सबसे महंगा ओवर फेंकने का अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.उनकी लीसेस्टरशर के लुईस किम्बर ने धुनाई की. ओली रॉबिन्सन ससेक्स के लिए खेल रहे थे. 30 साल के दायें हाथ के गेंदबाज रॉबिन्सन ने इंग्लैंड के लिए 2021 में पदार्पण के बाद 20 टेस्ट खेले हैं. होव में ससेक्स के लिए खेलते हुए लीसेस्टरशर के खिलाफ डिवीजन दो मैच में अपना ओवर पूरा करने के लिए उन्होंने कुल नौ गेंद फेंकी जिन पर 43 रन बने.
लीसेस्टरशर के लुईस किम्बर ने रॉबिन्सन पर पांच छक्के (तीन नोबॉल पर लगे), तीन चौके और एक रन से 43 रन बनाए .यह लीसेस्टर की दूसरी पारी का 59वां ओवर था तब किम्बर 56 गेंद में 72 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे. लीसेस्टरशर ने ससेक्स को 446 रन का लक्ष्य दिया. रॉबिन्सन के इस ओवर के पूरा होने के बाद किम्बर ने 65 गेंद में नाबाद 109 रन बना लिए थे. बेन कॉक्स दूसरे छोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे.
इस तरह हुई रॉबिन्सन की धुनाई
रॉबिन्सन का 13वां ओवर था जिसमें 6, नोबॉल पर 6, 4, 6, 4, नोबॉल पर 6, 4, नोबॉल पर 6 और एक रन बना. इस तरह रॉबिन्सन ने इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक रन लुटाने रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. उन्होंने पूर्व टेस्ट तेज गेंदबाज एलेक्स ट्यूडर के 38 रन देने के ओवर के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. 1998 में सरे बनाम लैंकशायर मैच में एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने ट्यूडर के ओवर में 34 रन ठोके थे.
मैच का क्या रहा परिणाम
इस मैच को ससेक्स ने 18 रनों से अपने नाम किया. यह मैच 23 से 26 जून के बीच होव में खेला गया था. ससेक्स ने पहली पारी में 442 और दूसरी पारी में 296 रन पर 6 विकेट विकेट का स्कोर खड़ा किया. वहीं लीसेस्टरशायर 275 और 445 का स्कोर खड़ा कर पाई. .
1990 में जब 1 ओवर में आए 77 रन
प्रथम श्रेणी क्रिकेट के इतिहास में सबसे महंगा ओवर 1990 में डाला गया था. वेलिंगटन और कैंटरबरी के बीच शेल ट्रॉफी मैच के दौरान न्यूजीलैंड के पूर्व ऑफ ब्रेक गेंदबाज वर्ट वांस ने 77 रन लुटाये थे जिन्होंने उस ओवर में 17 नोबॉल फेंकी थीं. वांस ने न्यूजीलैंड के लिए चार टेस्ट और आठ वनडे खेले हैं.