ग्वालियर
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश के बाद खनन माफियाओं पर सख्त एक्शन देखने मिल रहा है। ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान के नेतृत्व में जनवरी 2024 से लेकर 26 जून 2024 तक अवैध उत्खनन परिवहन और भंडारण मामले में 165 से ज्यादा बड़ी कार्रवाई कर प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिनमें 2 करोड़ 67 लाख 70 हजार 721 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही बड़ी संख्या में अवैध खनन में शामिल ट्रैक्टर ट्राली, जेसीबी, पनडुब्बी राजसात की गई है। जिसके बाद माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल, सीएम मोहन के सख्त निर्देश है कि प्रदेश में जीरो टॉलरेंस नीति के साथ सभी जिला प्रशासन खनन माफियाओं पर सख्त कार्रवाई करें। इसी कड़ी में ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने अवैध खनन के खिलाफ सभी एसडीएम तहसीलदारों को निर्देश जारी किए थे। जिसमें कहा था कि इन मामलों पर सख्त कार्रवाई की जाए। जिसके तहत आम लोग भी इस कार्रवाई में जुड़े और जनवरी 2024 से लेकर 26 जून 2024 तक ग्वालियर जिले में अवैध उत्खनन परिवहन और भंडारण के खिलाफ रिकॉर्ड कार्रवाई की है। आइए कुछ आंकड़ों के जरिए आपको इसकी जानकारी देते हैं…
जनवरी 2024 से जून 2024 तक खनन माफियाओं पर दिखाई दी सख्त रिकॉर्ड कार्रवाई।
अवैध उत्खनन के 22, अवैध परिवहन के 130 और अवैध भंडारण के 13 मामलों सहित कुल 165 मामले दर्ज किए गए।
अवैध उत्खनन के 22 में से 17 मामलो में 01 करोड़ 23 लाख 56 हजार 850 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
अवैध परिवहन के 130 में से 110 मामलों में एक करोड़ 36 लाख 66 हजार 138 रुपए का जुर्माना लगाया गया।
अवैध भंडारण के 13 में से 05 मामलों में 7 लाख 47 हजार 733 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
जिला प्रशासन ने जुर्माना राशि में से रिकॉर्ड 01 करोड़ 60 लाख 74 हजार 926 रुपये की राशि वसूल भी कर ली है।
आने वाले दिनों में होगी कई बड़ी कार्रवाई- कलेक्टर
ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन अवैध उतखनन और उससे जुड़े परिवहन भंडारण के खिलाफ सख्त एक्शन के साथ कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने यह दावा भी किया है कि आने वाले दिनों में और भी कई बड़ी कार्रवाई देखने मिल सकती है।
गौरतलब है कि अंचल में अवैध उत्खनन एक बड़ी समस्या है। जिसकी सैंकड़ो शिकायतें सीएम हेल्पलाइन के जरिए मुख्यमंत्री तक पहुंची थी। ऐसे में सीएम डॉ मोहन यादव के निर्देश के बाद अब यह एक्शन देखने मिल रहा है। जिसके चलते ही खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे में देखना होगा कि इन सख्त कार्रवाइयों के बाद ग्वालियर में अवैध उत्खनन पर कितनी रोक लगती है।