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नई सरकार के गठन के बाद पहली बार सार्वजनिक भविष्य निधि, सुकन्या समृद्धि योजनाओं पर बड़े तोहफे की तैयारी

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नई दिल्ली
नई सरकार के गठन के बाद पहली बार सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों की समीक्षा होने वाली है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार इन स्कीम्स की ब्याज दरों में बदलाव कर सकती है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार हर तिमाही स्मॉल सेविंग स्कीम्स के लिए ब्याज दरें निर्धारित करती है। सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए स्कीम्स पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा था। वहीं, जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए ब्याज दरों पर 30 जून तक फैसला होने की संभावना है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एक्यूब वेंचर्स के निदेशक आशीष अग्रवाल का कहना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी घरेलू बचत को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक कदम का संकेत होगा। हाल के वर्षों में घरेलू बचत स्थिर है। अग्रवाल के मुताबिक सरकार राजकोष पर अनावश्यक दबाव डाले बिना बचत को बढ़ावा देने के लिए लंबी अवधि के निवेश के लिए ब्याज दरों को समायोजित करते हुए रणनीति अपनाए। विभवंगल अनुकुलकारा प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ मौर्य ने कहा कि पीएफ, ईएसएएफ और छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें सरकार के लिए संवेदनशील राजनीतिक मुद्दे हैं। हालांकि, लाखों छोटे बचतकर्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए ब्याज दरें बढ़ाने का दबाव है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी से सरकारी खर्चे में वृद्धि होगी और संभावित रूप से राजकोषीय घाटा होगा। सरकार को इन निर्णयों को आरबीआई की मौद्रिक नीति और बैंक जमा दरों सहित व्यापक आर्थिक माहौल के आधार पर तौलना चाहिए। यदि उपभोक्ता बैंक जमा से दूर हो जाते हैं, तो आगे दिक्कत आ सकती है।

– पीपीएफ पर पहले की ही तरह 7.1 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है।
-सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा राशि पर 8.2 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है।
– तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज 7.1 प्रतिशत मिल रहा है।
– डाकघर बचत जमा पर चार प्रतिशत की ब्याज दर है।
– किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत है।
-राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत है।
– मासिक आय योजना के लिए ब्याज दर चालू तिमाही की तरह 7.4 प्रतिशत है।