भरतपुर.
भरतपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। इसके बाद महिला के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया और हंगामा किया। हंगामे को देखकर डॉक्टर और नर्स अपने चैंबर से फरार हो गए। परिजनों का आरोप है कि गर्भवती महिला की तबियत बिल्कुल ठीक थी लेकिन चिकित्सकों के द्वारा दवाई का हाई डोज देने के कारण उसकी तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
मृतका के पति लोकेंद्र सिंह ने बताया कि वह चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव नगला हथेनी का निवासी है। उसकी पत्नी वर्षा 8 माह की गर्भवती थी और उसका इलाज भरतपुर शहर के लोहागढ़ अस्पताल में चल रहा था। हाल ही में उसे बार-बार टॉयलेट की शिकायत के चलते मंगलवार को डॉक्टर को दिखाने आए थे, जहां उसे एडमिट कर लिया। यहां डॉक्टर द्वारा पत्नी को हाई डोज देने से उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते इस बारे में डॉक्टरों को अवगत कराया लेकिन उन्होंने नशे की हालत में बदसलूकी करते हुए मरीज को देखने से मना कर दिया। डॉक्टरों की लापरवाही के चलते वर्षा ने रात 12 बजे के आसपास दम तोड़ दिया। महिला को मौत की सूचना मिलते ही अन्य परिजन भी मौके पर पहुंचे और अस्पताल में हंगामा किया। हंगामा देखकर डॉक्टर और नर्स मौके से भाग निकले। सूचना पर पहुंची मथुरा गेट थाना पुलिस ने परिजनों से समझाइश की और मृतका के शव को आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मृतका के पति की ओर से चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मौत का मामला दर्ज कराया गया है।