नईदिल्ली
24 जून को 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हुआ है. सत्र के पहले दिन पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के साथ सांसद के रूप में शपथ ली. कैबिनेट मंत्रियों समेत मध्य प्रदेश के सभी 29 सांसदों ने भी संसद सदस्य पद की शपथ ली. इस दौरान रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद अनिता नागर सिंह चौहान सुर्खियों में आ गई हैं. आइए जानते हैं क्यों?
आदिवासी वेशभूषा में पहुंचीं रतलाम सांसद
रतलाम से पहली बार सांसद चुनी गईं अनिता नागर सिंह चौहान संसद में शपथ ग्रहण के लिए पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में पहुंचीं. आदिवासी परिवेश और पारंपरिक आभूषण पहने हुए रतलाम सांसद जब शपथ ग्रहण के लिए पहुंचीं, तो हर किसी की नजरें उनके ऊपर टिक गईं. वे पूरे सदन में आकर्षण का केंद्र बन गईं.
संस्कृति का किया प्रदर्शन
रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट आदिवासी बहुल इलाका है. अनिता नागर सिंह चौहान यहीं से पहली बार सांसद चुनी गई हैं. ऐसे में उन्होंने आदिवासी वेशभूषा में शपथ लेकर अपने क्षेत्र की संस्कृति का प्रदर्शन किया. बता दें कि रतलाम लोकसभा क्षेत्र में आदिवासी महिलाएं इसी तरह के चांदी के आभूषण पहनती हैं.
कौन हैं अनिता नागर सिंह चौहान?
गौरतलब है कि अनिता चौहान मध्य प्रदेश के वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी हैं. उन्होंने साल 2007 में राजनीति में एंट्री की थी. वे जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं. अनिता नागर सिंह चौहान कांग्रेस के दिग्गज कांतिलाल भूरिया को रिकॉर्ड वोटों से हराकर सांसद बनी हैं.
MP में बीजेपी का क्लीन स्वीप
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया है. प्रदेश की सभी 29 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की, वहीं कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई. एमपी में बंपर जीत के बाद प्रदेश से 5 लोकसभा सांसदों को मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.