Home देश नेता और अबु सलेम के करीबियों ने असद की फ़रारी में की...

नेता और अबु सलेम के करीबियों ने असद की फ़रारी में की थी मदद

5

 प्रयागराज

         

उमेश पाल के मर्डर के बाद से अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ असद और शूटर गुलाम को बचाने के लिए पूरी कोशिश में जुटे थे. अतीक का भाई अशरफ जेल से ही फेसटाइम ऐप के जरिए शूटरों से संपर्क में था और उन्हें कहा जाना है, किसके यहां रुकना है…इसका निर्देश दे रहा था. यहां तक कि महाराष्ट्र में छिपने के लिए गैंगस्टर अबु सलेम के करीबियों से मदद ली. यूपी पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, असद को दिल्ली में छिपाने में एक नेता ने मदद की थी.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अतीक ने अपने बेटे को बचाने के लिए सारे तंत्र का इस्तेमाल किया. उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद और गुलाम पहले प्रयागराज से कानपुर गए. उसके बाद बस से नोएडा पहुंचे. असद अपनी पढ़ाई के दौरान कई बार नोएडा में रुक चुका है. ऐसे में वह वहां रुका रहा. लेकिन जब उसे लगा कि वहां एसटीएफ पहुंच सकती है, तब वह दिल्ली पहुंच गया. यहां एक नेता ने दिल्ली के संगम विहार में उसके रहने का इंतजाम कराया.

शाइस्ता ने कराया था पैसों का इंतजाम

जब दोनों को पैसों की जरूरत हुई तो शाइस्ता ने मेरठ में रहने वाले अखलाक को वहां भेजा. दोनों 14 मार्च तक दिल्ली में रुकने के बाद अजमेर निकल गए. इसके बाद अशरफ ने बरेली जेल से फेस टाइम के जरिए अचानक असद को नाशिक जाने के लिए कहा. नाशिक से असद और गुलाम पुणे पहुंचे, जहां अबु सलेम के करीबियों ने दोनों के रुकने का इंतजाम करवाया.

इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई. इसके बाद दोनों वापस दिल्ली आ गए और यहां से अचानक झांसी पहुंचे. असद और गुलाम यहां पारीछा बांध पर बने पावर प्लांट के पास गुड्डू मुस्लिम के करीबी के यहां रुके. यहां गुड्डू पहले भी आकर रुक चुका था. यहां से ही अतीक के काफिले पर हमले की कोशिश थी. गुड्डू मुस्लिम अभी फरार है.

फेसटाइम और व्हाट्सऐप के जरिए करते थे बात

यूपी एसटीएफ को सबूत मिले हैं कि उमेश पाल हत्या के बाद से सारे शूटर फेसटाइम और व्हाट्सऐप के जरिए बात कर रहे थे. इतना ही नहीं अशरफ बरेली जेल से सारे शूटरों को भागने का तरीका और जगह बता रहा था.

उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी था असद

प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उसके दो गनर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह थे. इस केस में अतीक, उसका भाई अशरफ, बेटा असद और अन्य शूटर आरोपी थे. पुलिस 24 फरवरी से ही असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की तलाश में थी. इन पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया गया था. अब पुलिस ने असद और गुलाम का एनकाउंटर कर दिया. तीन शूटर अरमान, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की तलाश जारी है. इससे पहले पुलिस ने दो शूटरों अरबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में मार गिराया था.