Home राजनीति आज भी नहीं गई आपातकाल वाली मानसिकता … इमरजेंसी के 50 वर्ष...

आज भी नहीं गई आपातकाल वाली मानसिकता … इमरजेंसी के 50 वर्ष पर पीएम ने कांग्रेस को पानी-पानी कर दिया

17

नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आपातकाल को लेकर कांग्रेस को घेरा है। इमरजेंसी के 50 वर्ष पर प्रधानमंत्री ने बैक टू बैक चार ट्वीट किए। उन्होंने कांग्रेस पर करारा अटैक करते हुए कहा कि जिन्होंने आपातकाल लगाया, उन्हें हमारे संविधान के प्रति प्यार के इजहार का कोई अधिकार नहीं है। पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, 'जिस मानसिकता के कारण आपातकाल लगाया गया, वह उसी पार्टी में बहुत ज्यादा जीवित है जिसने इसे लगाया था। वे अपने दिखावे के जरिए संविधान के प्रति अपने तिरस्कार को छिपाते हैं, लेकिन भारत के लोगों ने उनकी हरकतों को समझ लिया है और इसीलिए उन्होंने उन्हें बार-बार नकार दिया है।

बैक टू बैक चार ट्वीट से कांग्रेस पर वार

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, 'आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। #DarkDaysOfEmergency हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रताओं को खत्म किया और भारत के संविधान को रौंद दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है।

पीएम मोदी ने बताया क्यों कांग्रेस को नकार रहे लोग

पीएम मोदी ने आगे कहा कि जिस मानसिकता के कारण आपातकाल लगाया गया, वह उसी पार्टी में बहुत ज्यादा जीवित है जिसने इसे लगाया था। वे अपने दिखावे के जरिए संविधान के प्रति अपने तिरस्कार को छिपाते हैं, लेकिन भारत के लोगों ने उनकी हरकतों को समझ लिया है और इसीलिए उन्होंने उन्हें बार-बार नकार दिया है। जिन्होंने आपातकाल लगाया, उन्हें हमारे संविधान के प्रति अपने प्रेम का इजहार करने का कोई अधिकार नहीं है। ये वही लोग हैं जिन्होंने अनगिनत मौकों पर आर्टिकल 356 लगाया, प्रेस की आजादी को खत्म करने वाला विधेयक पारित किया, संघवाद को नष्ट किया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया।

'आपातकाल के काले दिन बताते हैं कांग्रेस क्या-क्या कर सकती है'

पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ सत्ता पर काबिज रहने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत की अवहेलना की और देश को जेल बना दिया। कांग्रेस से असहमत होने वाले हर व्यक्ति को प्रताड़ित और परेशान किया जाता था। सबसे कमजोर वर्गों को निशाना बनाने के लिए सामाजिक रूप से प्रतिगामी नीतियां लागू की गईं। आपातकाल के काले दिन हमें बताते हैं कि सत्ता के लिए कांग्रेस क्या-क्या कर सकती है।