फिरोजाबाद
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में चोरी के मामले में जेल भेजे गए दलित युवक की मौत के बाद बवाल हो गया. जैसे ही मृतक का शव घर पहुंचा लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. देखते ही देखते इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई. पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने पथराव कर दिया. इसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए. हालात बिगड़ते देख आसपास के थानों की फोर्स बुला ली गई. पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. फिलहाल, मौके पर शांति है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है.
बता दें कि शुक्रवार की रात (21 जून) को हुए बवाल के बाद शनिवार को तड़के जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मृतक आकाश की माता को मुआवजे के तौर पर 5 लाख का चेक सौंपा. ये चेक ADM विशु राजा ने खुद अपने हाथों से दिया. इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी. इससे पहले रात में परिजनों को समझा-बुझाकर पुलिस अभिरक्षा में आकाश का अंतिम संस्कार आज तड़के करा दिया गया. इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा.
बवाल के बाद रात में तैनात फोर्स
घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक (शहर) सर्वेश कुमार मिश्रा ने कहा कि कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. पथराव में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. आकाश के शव का पोस्टमार्टम पैनल द्वारा कराया गया. इसमें मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
चोरी के केस में भेजा था जेल
मालूम हो कि यह बवाल तब शुरू हुआ जब फिरोजाबाद की जिला जेल में बंद 25 साल के दलित युवक आकाश की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पुलिस ने चोरी के आरोप में आकाश को गिरफ्तार किया था.
तोड़फोड़ और आगजनी
मृतक आकाश के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने जेल भेजने से पहले उसके साथ बुरे तरीके से मारपीट की थी और उसे खराब हालत में ही जेल भेज दिया, जहां स्थिति और बिगड़ी और अस्पताल में उसकी मौत हो गई. वहीं, पुलिस का कहना है कि आकाश की बीमारी से जेल में मौत हुई है.
मौत की खबर सुन भड़के लोग
थाना दक्षिण के नगला पचिया निवासी मृतक आकाश के परिजनों और स्थानीय लोगों ने शुक्रवार देर शाम न्यायिक जांच की मांग को लेकर बवाल काट दिया. हिमायुपुर चौराहे पर हुए बवाल में सीओ व सिटी मजिस्ट्रेट और अन्य पुलिस कर्मियों ने भागकर जान बचाई. कई पुलिस कर्मी घायल भी हो गए. एसएसपी ने टीम के साथ पहुंच कर पथराव कर रहे लोगों को लाठियां फटकार कर खदेड़ा. मौके से चार लोगों को रासत में लिया गया है. डीएम रमेश रंजन भी मौके पर पहुंचे थे.
घायल पुलिसवाले
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने कहा कि 19 जून को मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में आकाश को गिरफ्तार किया गया था. न्यायिक हिरासत में 20 जून को उसकी हालत बिगड़ गई. जेल के डॉक्टर ने उसका इलाज किया और उसके बाद मेडिकल कॉलेज में उसे भर्ती कराया गया. लेकिन इलाज के दौरान आकाश की मौत हो गई. इसके बाद मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने अराजकता फैलाने की कोशिश की जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने भी हल्का बल प्रयोग किया.