शिवपुरी
श्योपुर जिले के कराहल की एक महिला को मजदूरी करते-करते ठेकेदार से प्यार हो गया और उसने अपने ठेकेदार के साथ पूरी जिंदगी बिताने के लिए पति का घर छोड़ दिया। बुधवार को वह प्रेमी के साथ नोटरी मैरिज के लिए शिवपुरी कोर्ट पर पहुंची तभी महिला के मायके वालों ने उसे शादी से पहले ही दबोच लिया। मामला कोतवाली पहुंच गया, जहां दिन भर उसके स्वजन उसे मनाने का प्रयास करते रहे।
जानकारी के अनुसार कराहल निवासी रमेश जाटव की शादी दो साल पहले 21 वर्षीय सरोज जाटव से हुई थी। शादी के बाद घर में सब कुछ सामान्य रूप से चल रहा था। इसी क्रम में कुछ महीने पहले शिवपुरी के खौरघार के एक कारीगर चंदन जाटव ने कोई ठेका लिया, जहां सरोज भी मजदूरी करने के लिए जाती थी।
मजदूरी करते-करते सरोज और चंदन में दोस्ती हो गई और दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों से शादी करके जीवन भर साथ रहने का प्लान बना लिया। इसी के चलते 14 जून को सरोज ससुराल से भाग कर चंदन के साथ कहीं चली गई।
सरोज के पति ने कराहल थाने में सरोज की गुमशुदगी दर्ज कराई और इधर सरोज के मायके और ससुराल वाले उसकी तलाश में यहां से वहां भटकते रहे। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि दोनों लालमाटी क्षेत्र में किराए का कमरा लेकर साथ रह रहे हैं।
जब वह लोग सरोज और चंदन को तलाशते हुए वहां पहुंचे तो पता चला कि दोनों शादी करने के लिए कोर्ट पर गए हैं। इस पर सरोज के स्वजन भागे-भागे कोर्ट पर आए और उन्हें शादी करने पहले धर दबोचा।
वहां सरोज को समझाने का सिलसिला ऐसा चला कि हंगामे की स्थिति बन गई, जिस पर कोर्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने कोतवाली पुलिस को बुलाकर सभी लोगों को कोतवाली थाने भिजवा दिया।
सरोज का कहना था कि रमेश उससे झगड़ा करता है इसलिए वह चंदन के साथ ही रहेगी। महिला को समझाने का सिलसिला दिन भर चलता रहा। पुलिस ने दोनों को कराहल पुलिस के सुपुर्द कर दिया।