मुजफ्फरपुर.
मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में भर्ती एक और बच्चे में चमकी बुखार AES की पुष्टि हुई है। इसके बाद बाद केस की कुल संख्या बढ़ कर 34 हो गई है। गर्मी और उमस बढ़ने के साथ AES के भी मामले बढ़े हैं। हालाकि अब तक किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है और सभी बच्चे ठीक होकर घर लौट चुके हैं। मुजफ्फरपुर जिले के अब तक कुल 20 मामले आए है जिसमे 2 केस शहरी क्षेत्र के हैं।
बच्चो की बीमारी चमकी बुखार को लेकर जहां स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है, वहीं AES के लिए पिक मंथ माने जाने वाले जून महीने में केस बढ़े है और एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर काम करना शुरू कर दिया है। पिछले एक हफ्ते में एक दर्जन से अधिक केस की पुष्टि हुई है। बीते 5 दिन में सबसे ज्यादा केस आए हैं, जबकि आधा जून अभी बाकी है। जून माह में मुजफ्फरपुर में जो केस आए हैं, उसमे 4 जून के बाद 13 जून, 14 जून, 15 जून और 18 जून को केस सामने आये थे। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मूड में है।वही अब ग्रामीण क्षेत्रों के बाद शहरी क्षेत्रों में भी AES ने रफ्तार पकड़ ली है। शहरी क्षेत्रों में दो नए मामले सामने आए हैं।
जन जागरूकता अभियान को तेज करेगा स्वास्थ्य विभाग
मुजफ्फरपुर जिले में आज AES के केस की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग जन जागरूकता को तेज करेगी। इस मामले में सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने बताया कि अभी गर्मी ज्यादा है तो इसमें संभावना भी चमकी की रहती है। हालांकि कोई भी गंभीर मामला नही है, सभी डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। अब शहरी क्षेत्रों में भी जागरूकता अभियान को चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब तक के प्रचार-प्रसार का परिणाम है कि मामले अब तक कम आए हैं और जो आए हैं वो ठीक होकर घर लौट चुके हैं। हमलोग जन जागरूकता अभियान को तेज करेंगे और यह काम घर-घर जाकर एएनएम आशा आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से किया जायेगा।
फरवरी 2024 को चमकी बुखार के केस की पुष्टि हुई थी
AES चमकी बुखार 26 फरवरी 2023 को चमकी बुखार (AES) का पहला केस सामने आया था जो मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड का था। इसके बाद मार्च में दूसरा केस सामने आया था जिसके बाद से अलग-अलग जिले के केस अब तक सामने आये हैं, जो मई और जून महीने में देखे गए।वही इस दौरान में अन्य जिले में भी बढ़े केस और बढ़कर अब 34 हो गया। इसमें 20 केस मुजफ्फरपुर जिले के है, जबकि 14 केस अन्य जिले के है। मुजफ्फरपुर जिले में केस बढ़े है इसके साथ ही अन्य जिले में भी मामले बढ़े हुए थे।