- भक्ति के तरानों से गूंजा विराट नगरी, लोगों ने की गंगा आरती
- जल ही जीवन है, इसलिए हमें जल को बचाना है :- कलेक्टर
- हर नागरिक एक पौधा लगाए और जीवित रखने का संकल्प ले:- कलेक्टर
शहडोल
पर्यावरण दिवस से लेकर गंगा दशमी तक चलाया गया जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन के अवसर पर आज संभागीय मुख्यालय शहडोल के मोहन राम तालाब में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा भक्ति
के तराने प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा की जल ही जीवन है जल के बिना किसी का जीवन संभव नही है, हमे जल को बचाने के लिए एकजुटता के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा भूतल में पानी की मात्रा सीमित है इसे हम सबको मिलकर बचाना होगा हम सौभाग्यशाली हैं भारत देश में मानसून आता है मानसून कुछ ही देशों में आता, हमे बरसात के पानी को रोकने के लिए जल संरचना जैसे कुआ, बावड़ी, नदी,तालाब आदि जल संरचनाओ को जल के संरक्षण और संवर्धन के लिए जीवित रखना होगा, जल संरचनाओ के कार्यों को सब मिलकर करेंगे।
कलेक्टर श्री तरुण भटनागर ने कहा कि पर्यावरण के संतुलन के लिए पौधारोपण करना जरूरी है, हर नागरिक एक-एक पौधे का रोपण करें और उसे जीवित रखने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि शहडोल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 7 लाख और नगरीय क्षेत्र में 92 हजार एवं वन विभाग द्वारा 15 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।
कार्यक्रम को नगर पालिका अध्यक्ष श्री घनश्याम जायसवाल, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री प्रवीण शर्मा ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। पर्यावरण दिवस से लेकर गंगा दशमी तक चलाया गया जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन के अवसर पर आज संभागीय मुख्यालय शहडोल के मोहन राम तालाब में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों व अन्य लोगों ने गंगा आरती में शामिल होकर आरती की।
इस अवसर पर जल गंगा संवर्धन अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मनित भी किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा उज्जैन में शिप्रा तीर्थ परिक्रमा अंतर्गत आयोजित मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री राजेश जैन सहित समाजसेवी,पार्षदगण व अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री विवेक पांडे ने किया।