रांची
कुवैत अग्निकांड में हुई रांची के अली की मौत के 3 दिन बाद उसका शव रांची एयरपोर्ट पर पहुंचा। वहीं, आज डोरंडा के कब्रिस्तान में अली को मिट्टी दी जाएगी। रांची एयरपोर्ट पर शोक संतप्त परिजनों के साथ उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे। उन्होंने मोहम्मद अली हुसैन के परिजनों से बातचीत की और उन्हें ढांढस बंधाते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा प्रशासन आप सभी के साथ है। वहीं, मृतक अली के परिजनों को 5 लाख का चेक सौंपा गया।
मामले में कब्रिस्तान के सदर साहब अनवर खान बताते हैं कि आज मुस्लिम समाज के लोग गरीबी की वजह से विदेश में काम करने जाते हैं और वहां दुर्घटना के शिकार होकर अपनी जान गवां देते हैं। उन्होंने कहा कि यदि अपने देश में ही युवाओं को रोजगार मिल जाए तो पलायन की समस्या से युवाओं को नहीं जूझना पड़ेगा। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की घोषणा के बाद डीसी ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये के अनुदान राशि का चेक सौंपा है।
बता दें कि रांची के हिंदपीढ़ी के रहने वाला 22 वर्षीय अली हुसैन 18 दिन पहले पहली बार कुवैत कमाने गया था। कुवैत के सुपर मार्केट में अली को सेल्समैन की नौकरी भी मिल गई थी। बुधवार को दक्षिणी कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में एक बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग में अली की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक अली 3 भाई- बहनों में सबसे छोटा था। वह 24 मई को कमाने घर से निकला था। अली के कुवैत जाते समय उसके परिजन ने सोचा भी नहीं था कि वे उन्हें आखिरी बार देख रहे हैं।