भिंड
मध्यप्रदेश के भिंड में बड़ी खबर है। फूप कस्बे के तीन वार्डों में बदबूदार दूषित पानी पीने से उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। तीन दिन में 80 से ज्यादा मरीज मिल गए हैं। हर दूसरे घर में कोई न कोई बीमार है। वार्ड 5, 6 और 7 में 3 दिन में 2 बुजुर्गों और 1 लड़की की मौत हो चुकी है। परिजन का कहना है कि दूषित पानी पीने के बाद उल्टी-दस्त हुए और मौत हो गई। हालांकि अधिकारी और डॉक्टर बुजुर्गों की मौत का कारण पुरानी बीमारी को बता रहे हैं।
जानें क्या कह रहे लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुरानी पाइपलाइन से पानी आ रहा है। जो देखने में साफ है, लेकिन पीते समय बदबू आती है। वार्ड 5, 6 और 7 में पानी की सप्लाई चालू करने और बंद करने के लिए पाइपलाइन का वॉल्व नाले के पास मौजूद है। हर समय नाले का गंदा पानी भरा रहता है। लोगों का कहना है कि इसी नाले का पानी पाइप लाइन से हमारे घरों में पहुंच रहा है। घरों में नलों की सप्लाई आने वाले पानी का सेवन किया और लोग बीमार हो गए।
9 मरीजों को ग्वालियर किया रेफर
मंगलवार शाम 6.30 बजे से रात 8.30 बजे के बीच 2 घंटे में 9 एंबुलेंस बुलवाकर 9 मरीजों को ग्वालियर रेफर कराना पड़ा है। अब तक कुल 20 मरीजों को ग्वालियर रेफर करने की बात सामने आई है। मुरैना और ग्वालियर से 6 एंबुलेंस और बुलाकर भिंड जिला अस्पताल में खड़ा कराया है। 3 एंबुलेंस को फूप में भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
इनकी हुई मौत
जानकारी के मुताबिक, वार्ड 6 निवासी बैजनाथ चौधरी (80) की मौत मंगलवार को हुई। मंगलवार को बैजनाथ की तबीयत खराब होने पर कस्बे के शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिवार सीधे ग्वालियर लेकर जाने लगे। रास्ते में मौत हो गई। वार्ड 7 में मुस्कान (17) की मौत रविवार को हुई। मुस्कान नानी शकीला के पास रहती थी। रविवार को उल्टियां होने पर मुस्कान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने दम तोड़ दिया। वार्ड 6 के आशाराम श्रीवास (75) की मौत 9 जून को हुई थी।
दूषित पानी पीने से पेट में फैला इंफेक्शन
बीएमओ डॉ सिद्धार्थ सिंह चौहान का कहना है कि वार्ड क्रमांक छह और सात से हमारे पास काफी ज्यादा उल्टी और दस्त के मरीज आए हैं। दूषित पानी पीने से लोग बीमार हुए हैं। हमने मरीजों को जरूरी दवाइयां दे दी हैं। बीमारी मुख्य वजह दूषित पानी है। जिसके सेवक के कारण पेट में इंफेक्शन फैला और लोग बीमार हुए हैं। हमारे यहां कोई कैजुअल्टी नहीं हुई है। दो मरीजों को हमने जिला अस्पताल लेकर किया था। उनमें से एक बैजनाथ जी जिनकी जो काफी बुजुर्ग थे। उन्हें पहले से किडनी की बीमारी थी। उनकी मौत की सूचना मिली है।
जांच के लिए भेजे गए सैंपल
अधिकारियों का कहना है कि तीनों वार्ड से पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, अब जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि फूप में हालात पर काबू पा लिया गया है। एक मरीज की मौत हुई है, जो दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। फूप बीएमओ सिद्धार्थ चौहान का कहना है कि दूषित पानी के कारण यह समस्या बनी है। मृतक बैजनाथ चौधरी ट्यूबरक्लोसिस और किडनी समस्या से पीड़ित थे। पुरानी बीमारी के चलते मौत हुई है।