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मंत्री जॉर्ज कुरियन की काफी चर्चा हो रही, शपथ समारोह देखने पहुंचे थे और बन गए मोदी सरकार के मंत्री

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नई दिल्ली
भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में किसी भी मुस्लिम नेता को एंट्री नहीं मिली है। पीएम मोदी समेत कुल 72 मंत्रियों में एक भी मुस्लिम नहीं है, लेकिन अल्पसंख्यक समुदाय के 5 मंत्री जरूर हैं। इनमें से एक मंत्री जॉर्ज कुरियन की काफी चर्चा हो रही है, जो लोकसभा या राज्यसभा किसी भी सदन के मेंबर नहीं हैं। इसके बाद भी वह अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री हैं। वह केरल के रहने वाले हैं और ईसाई समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें मंत्री पद दिए जाने के पीछे भाजपा की केरल में ईसाइयों को लुभाने की रणनीति बताई जा रही है। केरल में हिंदू, मुस्लिम और ईसाई तीनों ही समुदायों की अच्छी आबादी है।

भाजपा को आमतौर पर हिंदुओं के एक वर्ग का समर्थन मिलता है। वहीं मुस्लिमों के बीच कांग्रेस की अच्छी पैठ है, जबकि ईसाई मत के लोग वामपंथी दलों के पाले में रहे हैं। जॉर्ज कुरियन को जिस तरह से मंत्री पद दिया गया, उस पर ज्यादातर लोगों को हैरानी हो रही है। यही नहीं खुद जॉर्ज कुरियन भी उस वक्त हैरान हो गए थे, जब उन्हें पता चला कि वह आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। जॉर्ज कुरियन के मुताबिक वह शनिवार की शाम को मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का गवाह बनने के लिए दिल्ली आए थे।

लेकिन रविवार की सुबह वह हैरान रह गए, जब पता चला कि वह भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। इसका उन्हें खुद भी किसी तरह से अंदाजा नहीं था क्योंकि वह न तो लोकसभा के और ना ही राज्यसभा के सांसद हैं। केरल में भाजपा से जुड़ने वाले ईसाई समुदाय के कई नेता रहे हैं। फिर भी कुरियन पर ही भरोसा जताने की वजह यह है कि वह भाजपा के लिए वफादार रहे हैं। आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से वह जुड़े रहे हैं। इसके अलावा दशकों से भाजपा में सक्रिय हैं। इसलिए उन्हें मौका देना एक तरह से वफादारी का इनाम भी है। इसके अलावा ईसाई समुदाय के बीच अपनी विचारधारा में ही पले-बढ़े एक नेता को पार्टी तैयार करना चाहती है।

मंत्री बन बोले- अल्पसंख्यक समाज के लिए काम करूंगा
साइरो-मालाबार कैथोलिक चर्च से जुड़े जॉर्ज कुरियन केरल में काफी सक्रिय रहे हैं। वह राज्य में ईसाई समुदाय के लोगों के बीच भाजपा की पहुंच बढ़ाने के प्रयास करते रहे हैं। अब उनका कहना है कि मुझे अल्पसंख्यक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है, जिसमें पूरी गंभीरता के साथ काम करूंगा। अपने समुदाय समेत पूरे अल्पसंख्यक समाज के हित के लिए काम करूंगा। उन्हें पशुपालन विभाग में भी राज्य मंत्री का जिम्मा मिला है।