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मोदी सरकार में राजस्थान से चार सांसदों को जगह, शेखावत-भूपेंद्र कैबिनेट और मेघवाल- भागीरथ ने ली मंत्री की शपथ

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जोधपुर.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3.0 सरकार के नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में हुआ। इसमें राजस्थान से चार सांसदों को मंत्री पद दिया गया है। इनमें अलवर सांसद भूपेंद्र यादव व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। वहीं अर्जुन राम मेघवाल तथा भागीरथ चौधरी को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

इसमें अर्जुन राम मेघवाल को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा दिया गया। राजस्थान कोटे से मंत्री बने भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत व अर्जुन राम मेघवाल पिछली मोदी सरकार में भी मंत्री रहे हैं।
 

गजेंद्र सिंह शेखावत (जन्म: 3 अक्टूबर 1967)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बचपन से ही जुड़ाव। स्वदेशी जागरण मंच के सह संयोजक और राजस्थान के सीमा क्षेत्र में विकास के लिए समर्पित सीमा जनकल्याण समिति के महासचिव रहे। सीमा जन कल्याण समिति में रहते हुए राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में करीब 40 स्कूल और चार छात्रावास खुलवाने का श्रेय। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के टिकट पर 1992 में जेएनवीयू, जोधपुर में छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वर्ष 2014 में सक्रिय राजनीति में प्रवेश। जोधपुर से भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी और जोधपुर राजपरिवार की चंद्रेश कुमारी को 4.10 लाख वोटों से पराजित किया। 2017 में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री का दायित्व मिला। उसे बखूबी निभाया। वर्ष 2019 में जोधपुर सीट पर फिर से लोकसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस के कद्दावर नेता व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सुपुत्र वैभव गहलोत को करीब 2.74 लाख वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया। दूसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में नवगठित जल शक्ति मंत्रालय का जिम्मा सौंपा। जोधपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीते, कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उचियारड़ा को 1.15 लाख से अधिक वोटों से पराजित किया। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव रहे। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 35 सीटों का दायित्व मिला। पंजाब में भाजपा के राज्य प्रभारी रहे। राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति चुनाव प्रबंधन कमेटी के संयोजक बनाए गए। राजस्थान विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक रहे।

0- मोदी 1.0 में कृषि राज्य मंत्री रहे।
0- मोदी 2.0 में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री रहे।
0- मोदी 3.0 में फिर कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने जा रहे।

अर्जुन राम मेघवाल (जन्म: 7 दिसम्बर 1954)
भारत के कानून एवं न्याय मंत्री तथा केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री हैं। वे पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय जल संसाधन, गंगा विकास मंत्री रह चुके हैं। वे बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। वे बीकानेर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। अर्जुन राम मेघवाल एक राजनेता और भारत सरकार के संसदीय मामलों और संस्कृति राज्य मंत्री हैं। मई 2023 में उन्हें कानून मंत्रालय सौंपा गया। भारतीय जनता पार्टी के एक सदस्य मेघवाल पहले मुख्य सचेतक और भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। वह पहली बार 2009 में राजस्थान के बीकानेर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए थे। अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर लोकसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गोविंद राम मेघवाल से 55711 वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।

भूपेंद्र यादव- (जन्म: 30 जून 1969)  
राजस्थान से पहली बार सांसद चुने गए भूपेंद्र यादव संगठनात्मक रूप से भी मजबूत माने जाते हैं। इस बार भाजपा ने अलवर से बाबा बालकनाथ का टिकट काटकर का भूपेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया था। पिछली मोदी सरकार में भूपेंद्र यादव को राज्यसभा सांसद रहते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया था। उन्हें मोदी और शाह का करीबी भी माना जाता है। इसके साथ उन्हें संघ का समर्थन भी हासिल रहा। कैबिनेट मंत्री के अलावा उनका नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के दावेदारों में भी लिया जा रहा था।

भागीरथ चौधरी- (जन्म: 1 जून 1954 )
नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही नए मंत्रिमंडल का भी ऐलान हो जाएगा। इनमें राजस्थान से भागीरथ चौधरी का नाम भी है। अजमेर में चौधरी बनाम चौधरी की लड़ाई में भाजपा के भागीरथ चौधरी ने तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की। चौधरी 2003 में पहली बार विधायक बने थे। उसके बाद 2013 में वो फिर से विधायक चुने गए। उन्होंने 2015-16 और 2016 से 2017 तक पर्यावरण समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली। इसके बाद पार्टी ने भागीरथ चौधरी को साल 2019 में लोकसभा चुनाव में मौका दिया। 2019 में कांग्रेस के रिजू झुनझुनवाला के खिलाफ वो मैदान में उतरे थे, जिसमें भागीरथ चौधरी लगभग साढ़े चार लाख से भी ज्यादा वोटों से जीते थे। हालांकि भाजपा ने 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा था, लेकिन वो हार गए थे। इसके बाद लोकसभा चुनावों में भाजपा ने फिर से उन्हें अजमेर से टिकट दिया।