भोपाल
मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाया है। मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह ने जारी किए आदेश में मध्य प्रदेश के समस्त जिला इकाइयों के अंतर्गत विधानसभा यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और उनके विधानसभा इकाइयों के पदाधिकारियों तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है।
10 जून के कांग्रेस कार्यालय में मध्य प्रदेश के युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें बड़े बदलाव के संकेत दिख रहे हैं। लोकसभा चुनाव में अधिकांश प्रत्याशियों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में शिकायत की थी कि विधानसभा प्रभारी और कार्यकारिणी के अन्य लोगों ने चुनाव में सहयोग नहीं किया।
भाजपा का साथ देने की शिकायत
यह भी शिकायतें आई थीं कि कुछ ने भाजपा का साथ दिया। इसके बाद कार्यकारिणी भंग कर दी गई। इनका गठन वर्ष 2020 में दो वर्ष के लिए किया गया था। वर्ष 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए इनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था। अब असहयोग और विवाद की शिकायत सामने आने के बाद इन्हें भंग कर दिया गया है।
मनोनीत किए जाएंगे नए प्रभारी
युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि विधानसभा स्तर की नई इकाइयों के चुनाव अगस्त में संभावित हैं। तब तक के लिए नए प्रभारी मनोनीत किए जाएंगे। 10 जून को भोपाल में प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों की बैठक होनी है, इसमें लोकसभा इकाइयों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद लोकसभा इकाइयों को भी भंग कर नए सिरे चुनाव कराने की तैयारी हैं। बता दें कि डॉ. विक्रांत भूरिया के त्यागपत्र देने के बाद मितेंद्र दर्शन सिंह यादव को युवा कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। वह अपने हिसाब से टीम बना रहे हैं।