चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ जिले में एंट्री फीस को लेकर हुए विवाद के बाद लोगों की भीड़ ने फेमस वाटर पार्क में तोड़फोड़ की और जमकर उत्पात मचाया. आरोपी फ्री एंट्री चाहते थे.
दरअसल, आरोपियों का तर्क था कि वे स्थानीय लोग हैं, इसलिए उनसे वाटर पार्क में फीस नहीं ली जाए. जब पार्क प्राधिकरण ने मना कर दिया, तो हाथापाई शुरू हो गई और आरोपियों ने कुछ स्थानीय लोगों को मौके पर बुला लिया.
पुलिस ने बताया कि हमीरगढ गांव के पहले चित्तौड़-भीलवाड़ा हाईवे मार्ग पर स्थित एक वाटर पार्क में लोगों के एक समूह ने जेसीबी मशीन से तोड़फोड़ कर दी, जिसमें एक स्विमिंग पूल की बाउंड्री भी शामिल है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना में पांच से छह लोग घायल हो गए, जिससे आगंतुकों में दहशत फैल गई. उन्होंने बताया कि मामले में मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है. देखें वाटर पार्क में गुंडागर्दी का वीडियो:-
दूसरी कहानी यह भी
इस मामले में एक कहानी यह भी सामने आई कि वाटर पार्क के कर्मचारियों ने एक युवक के साथ हुई कहासुनी के बाद मारपीट कर दी थी. जिस पर युवक के समर्थक सोनियाणा गांव सहित आस-पास के गांवों के करीब 100 लोगों ने वाटर पार्क पर पहुंच जमकर तोड़फोड़ कर दी.
जेसीबी से वाटर पार्क के पूरे परिसर में जमकर तोड़फोड़ की. एकाएक तोड़फोड़ की वारदात से वाटर पार्क में नहाने आये लोग सकते में आ गये, जो अपनी जान बचाकर इधर उधर भागते नजर आए.
इनका कहना
DSP रविंद प्रताप सिंह ने बताया कि वाटर पार्क में तोड़फोड़ और उत्पात की सूचना पर गंगरार थाना पुलिस मौके पर पहुंची. लेकिन युवकों की संख्या अधिक होने से मौके पर भारी पुलिस बल मंगवाया गया. हालांकि तब तक तोडफोड़ करने के बाद युवक मौके से फरार हो गए. पुलिस ने वाटर पार्क में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए युवकों की तलाश शुरू कर दी है. वहीं, एहतियात के तौर पर मौके पर पुलिस बल तैनात है.
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई रिपोर्ट
इस मामले को लेकर दोनों पक्षों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसमें एक पक्ष ने बताया कि वह और उसके साथी देवीलाल जाट भीलवाड़ा जा रहे थे। इसी दौरान देखा कि किंग्स वॉटर पार्क में बच्चों के साथ कर्मचारी हाथापाई कर रहे हैं। जब उनको बचाने के लिए अंदर गए तो पाया कि उनके साथ मारपीट हो रही है। इसमें उन्होंने सुखदेव गुर्जर, दिलीप गुर्जर, जगदीश, राहुल सिंह, बाबू लाल गुर्जर, लादू गुर्जर सहित कई लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पूर्व प्रधान पर धमकी देकर तोड़फोड़ करने का आरोप
वहीं इस मामले को लेकर दूसरे पक्ष ने शिकायत दर्ज कराई, कि वह वॉटर पार्क के गेट पर खड़े होकर विजिटर्स के टिकट चेक कर रहा था। इसी दौरान वहां पर पूर्व प्रधान अपने कुछ साथियों के साथ आ पहुंचे और अंदर जाने की जिद करने लगे। टिकट मांगने पर अपने राजनीतिक पद को लेकर धमकी दी। इसके बाद फोन कर करीब 100 लड़कों को मौके पर बुला लिया। वॉटर पार्क में आए युवकों ने अंदर घुसकर जेसीबी से तोड़फोड़ की। इसके बाद काउंटर से रुपए लेकर फरार हो गए।
पूर्व प्रधान पर धमकी देने और तोड़फोड़ का आरोप
दूसरे पक्ष तिलक नगर, भीलवाड़ा निवासी दिलीप गुर्जर पुत्र शंभुलाल ने रिपोर्ट दी है कि वह वॉटर पार्क के गेट पर खड़े होकर विजिटर्स के टिकट चेक कर रहा था। इसी दौरान पूर्व प्रधान अपने कुछ साथियों के साथ वहां आए और बिना टिकट चेक कराए अंदर जाने लगे। जब टिकट मांगा तो राजनीतिक पद को लेकर धमकी दी और फोन करके कई अन्य युवकों को मौके पर बुला लिया। फिर वॉटर पार्क में अंदर घुसकर जेसीबी से तोड़फोड़ की। काउंटर से रुपए भी ले लिए।
दिलीप गुर्जर ने पूर्व प्रधान के अलावा रोशन जाट, प्रकाश जांगिड़, राधा कृष्ण गुर्जर, संजय वैष्णव, सुरेंद्र सिंह, भैरू गुर्जर, कन्हैयालाल सहित दर्जनों लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। वॉटर पार्क के कर्मचारी दिलीप गुर्जर ने बताया कि इस पूरे हंगामे के दौरान करीब 500 लोग पार्क में मौजूद थे।
पूर्व प्रधान ने फ्री में एंट्री वाले आरोपों को झूठ बताया
इधर, मामले में पूर्व प्रधान देवीलाल जाट ने बताया कि वे कार से भीलवाड़ा जा रहे थे। उस समय उन्होंने देखा कि वॉटर पार्क में कर्मचारी छोटे-छोटे बच्चों के साथ लड़ाई कर रहे हैं। ऐसा देखकर वे समझाने के लिए वॉटर पार्क गए थे कि बच्चों के साथ न लड़ें, लेकिन कर्मचारी हाथापाई पर उतर आए। पूर्व प्रधान ने बताया कि फ्री में एंट्री देने वाली बात पूरी तरह से झूठ है। बता दें कि देवीलाल 2015 से 2020 तक गंगरार के प्रधान रहे हैं।