Home छत्तीसगढ़ हिप्नोथैरेपी से संभव है डिप्रेशन और फोबिया का इलाज

हिप्नोथैरेपी से संभव है डिप्रेशन और फोबिया का इलाज

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रायपुर । अनजाने डर और डिप्रेशन को हिप्नोथैरेपी से बिल्कुल ठीक किया जा सकता हैं। डब्लूएचओ ने भी माना है कि सायको सोमेटिक डिसीज को ठीक करने में हिप्नोथैरेपी अन्य उपचार पद्धतियों की तुलना में 93 प्रतिशत तक सही काम करती है ये कहना हिप्नोसिस इंटरनेशनल बोर्ड आॅफ रजिस्ट्रेशन यूएसए के सदस्य और मुंबई के जाने माने हैप्नोथरेपिस्ट साजन गलानी का है। गलानी सेल्फ हिप्नोसिस की दो दिवसीय वर्कशॉप लेने इंदौर आये थे। गलानी ने सेल्फ हिप्नोसिस से मन, बुद्धि और शरीर को स्वस्थ्य रखने की कई तकनीके सीखाई। उन्होंने बताया कि हिप्नोसिस समाज में फैल राहे नकारात्मक व्यवहार को सही करने के लिए महत्वपूर्ण है। अमेरिका में किये गए एक शोध के अनुसार बच्चे को 3 से 18 वर्ष की उम्र तक 1 करोड़ 45 लाख बार किसी न किसी काम को करने से मना किया जाता है या रोक दिया जाता है। भारत में स्थति और भी बदतर है। यही कारण है युवा पीढ़ी में आत्मविश्वास की भारी कमी हो रही है जिससे या तो वे कमजोर नागरिक बनते है या आत्महत्या जैसे कदम उठाते हैं। बढ़ते डिप्रेशन और कॉन्फिडेंस की कमी को सेल्फ हिप्नोसिस से ठीक किया जा सकता है। ये उपचार की ऐसी पद्धति है जिसे आत्मविश्वास बढ़ाने, गलतफहमी और बेवजह के डर को दूर करने में उपयोग किया जाता है। गलानी के अनुसार जीवन में किसी भी स्तर पर आई नकारात्मकता इंसान तरह तरह के डर पैदा करती है, जैसे अच्छा काम करने के वाबजूद असफलता का डर, निर्णय लेने में डर, स्टेज पर बोलने का डर, आग पानी या ऊंचाई से डर। हैप्नोथेरेपी से इन सभी डर को दूर किया जा सकता है।