जयपुर.
राजस्थान में लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद कांग्रेस में जहां उत्साह का माहौल है, वहीं बीजेपी में निराशा के साथ चिंता भी गहराती नजर आ रही है। प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद अब राजस्थान में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। भजनलाल सरकार के कई मंत्रियों के चुनाव क्षेत्रों में भाजपा को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है। वहीं बीजेपी के जो दिग्गज यहां चुनाव जीते हैं, उनकी जीत का मार्जिन भी बहुत कम रह गया।
भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, गजेंद्रसिंह खींवसर, सुमित गोदारा, जवाहरसिंह बेढम और केके विश्नोई के विधानसभा क्षेत्रों में भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। यूं तो सीएम भजनलाल के गृह जिले भरतपुर में बीजेपी हार गई, लेकिन उनके निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर से बीजेपी को लीड मिल गई। इनके अलावा डिप्टी सीएम दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा की विधानसभा सीट पर भी बीजेपी को बढ़त मिली। दूसरी तरफ केंद्र में अहम पदों पर रहे ओम बिड़ला, गजेंद्रसिंह शेखावत और अर्जुनराम मेघवाल की जीत का अंतर पिछले चुनावों के मुकाबले बहुत घट गया। ओम बिरला जहां 2019 में 2 लाख 79 हजार 667 वोट के मार्जिन से जीते थे, इस बार उन्हें मात्र 41 हजार 974 वोट से जीत मिली। इधर केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत 2019 में 2 लाख 74 हजार 440 वोटों के अंतर से जीते थे लेकिन इस बार 1 लाख 15 हजार 667 वोटों के मार्जिन से जीत हुई। यानी मार्जिन करीब आधे से भी कम रह गया। बीकानेर से अर्जुनराम मेघवाल 2019 में 2 लाख 64 हजार 081 वोट से जीते थे लेकिन इस बार 55 हजार 711 वोटों के मार्जिन में ही संतोष करना पड़ा।