नईदिल्ली
गुना लोकसभा सीट से प्रचंड जीत हासिल करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली पहुंचे. उन्होंने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की. पीएम मोदी और सिंधिया ने हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव को लेकर चर्चा भी की. चुनाव के नतीजों के बाद दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों और नेताओं से मुलाकात की.
राष्ट्रपति भवन क्यों पहुंचे पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि वह आज ही इस्तीफा सौंप सकते हैं. दरअसल, मोदी कैबिनेट ने 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश कर दी है. ऐसे में जब लोकसभा भंग हो जाएगी तो पीएम को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ता है. आज सुबह ही मोदी कैबिनेट ने 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी प्रधानमंत्री के रूप में 8 जून को शपथ ले सकते हैं.
2002 के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया 6वीं बार गुना सीट से लोकसभा चुनाव लड़े थे. पिता माधवराव सिंधिया की आसामयिक मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपचुनाव में राव देशराज सिंह यादव को 4.50 लाख मतों से पराजित किया था. ठीक 22 साल बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में राव देशराज सिंह के बेटे यादवेंद्र सिंह को 5,40,929 लाख वोटों से चुनाव हराकर इतिहास रच दिया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी दादी विजयाराजे सिंधिया व पिता माधवराव सिंधिया का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया.
ज्योतिरादित्य की दादी विजयाराजे सिंधिया ने 1998 में 1,02,998 लाख वोटों से जीत हासिल की थी. वहीं, उनके पिता माधवराव सिंधिया ने वर्ष 1999 में 2,14,428 लाख वोट से चुनाव जीते थे. सिंधिया ने 2024 के इलेक्शन में सर्वाधिक 5,40,929 लाख वोट हासिल किए और प्रचंड जीत दर्ज कराई.
मतगणना के दौरान संसदीय क्षेत्र की सभी आठ विधानसभाओं में ज्योतिरादित्य को बहुमत मिला जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार यादवेंद्र सिंह स्थानीय होने के साथ साथ मुंगावली विधानसभा के निवासी हैं.
ज्योतिरादित्य को सबसे बड़ी लीड शिवपुरी विधानसभा से मिली. शिवपुरी से सिंधिया को 1 लाख 256 वोट की बढ़त मिली. दूसरे नंबर पर गुना विधानसभा सीट रही, जहां से ज्योतिरादित्य को 86 हजार 697 की लीड मिली.
सबसे कम लीड मुंगावली विधानसभा से मिली जिसका आंकड़ा 38 हजार 318 रहा. कोलारस में 80 हजार 193 वोट की लीड, पिछोर में 64 हजार 27 वोट, बमोरी में 76 हजार 228 वोट, चंदेरी में 43 हजार 972 वोट एवं अशोकनगर में 43 हजार 349 वोटों की लीड ज्योतिरादित्य सिंधिया को हांसिल हुई. सिंधिया को कुल 9,23,302 लाख वोट मिले जो 67.2% रहे. वहीं, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह को 3,82,373 लाख वोट मिले जो 27.8% रहे.
ज्योतिरादित्य ने गुना संसदीय क्षेत्र की जनता के प्रति आभार प्रकट किया है. ज्योतिरादित्य ने अपने समर्थकों को सेनापति की उपाधि देते हुए प्रशंसा की. चुनाव के परिणामों से गदगद ज्योतिरादित्य के पुत्र महार्यमान ने भी जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी ने प्यार और आशीर्वाद के तेल से इंजन को आगे बढ़ाया है.
चुनावी परिणामों के बाद अब कांग्रेस हार का मंथन करने में जुट गई है. संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के दो विधायक बमोरी से ऋषि अग्रवाल और अशोकनगर से हरिबाबू राय हैं. लेकिन वहां भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है.