भोपाल
राजधानी में आसमान साफ होते ही सूरज ने अपने तेवर तीखे कर दिये हैं। आलम यह है कि अधिकतम तापमान 38.9 डिग्री तक पहुंच गया है जबकि न्यूनतम तापमान में भी तेजी से इजाफा होने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि जिन सिस्टम के कारण मौसम बदला था, वे कमजोर पड़ गए हैं। दक्षिण पूर्वी राजस्थान में बना चक्रवाती हवा का घेरा भी खत्म हो गया है।
बारिश कराने वाली ट्रफ लाइन भी केरल के उत्तरी हिस्से से दक्षिण मध्य महाराष्ट्र की ओर शिफ्ट हो गई है। इस कारण नमी भी नहीं मिल रही और बादल भी छंट गए। सीधी धूप चटकी तो सोलर रेडिएशन भी तेजी से हुआ। इससे तापमान में बढ़ा है।
रात में भी बढ़ोतरी
शहर में रात का तापमान में भी तेजी आने लगी है। यह कल रात को 22.2 डिग्री दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में इसमें 2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। इसके बावजूद यह सामान्य से ऊपर नहीं पहुंच सका। भोपाल के क्लाइमेटिक फीचर्स के लिहाज से अप्रैल का दूसरा पखवाड़ा शुरू होने के पहले पारा 39-40 डिग्री के आसपास हो और यह सामान्य से अधिक हो तो गर्मी मानी जाती है। अगले 24 घंटों में मौसम की चाल ऐसी ही रहने की संभावना है। तापमान में अब तेजी का दौर शुरू होगा जिससे मौसम और शुष्क होगा।