Home हेल्थ पॉलिडिप्सिया: अत्यधिक प्यास लगने के पीछे के सामान्य कारण

पॉलिडिप्सिया: अत्यधिक प्यास लगने के पीछे के सामान्य कारण

11

आजकल पूरे भारत में गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है, ऐसे में खुद को डिहाइड्रेट रखने के लिए सबसे अच्छा और सस्ता उपाय ये है कि हम रेगुलर पानी पीते रहे हैं. शरीर से कितना भी पसीना और या गर्मी का अहसास हो, प्यास बुझाने के लिए आधा से एक लीटर पानी काफी है.

कुछ लोगों को क्यों लगती है ज्यादा प्यास ?

आपने देखा होगा कि कई लोग जब प्यास बुझाने के लिए कई ग्लास पानी (Water) पी जाते हैं, या फिर ठंडे जूस और सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करते हैं उसके बाद भी हर वक्त गला सूखा हुआ लगता है, ऐसी स्थिति को बिलकुल हल्के में न लें क्योंकि ये खतरनाक है. आइए जानते हैं कि इसके पीछे की वजह आखिर क्या हो सकती है.

1. डिहाइड्रेशन (Dehydration)

अगर शरीर में पहले से ही पानी की बहुत ज्यादा कमी है तो एक दो ग्लास पानी पीने से प्यास नहीं बुझेगी, इसके लिए थोड़ी-थोड़ी में गले को भिगोते रहें.

2. ड्राई माउथ (Dry Mouth)

कई लोगों को मुंह में सलाइवा (Saliva) उचित मात्रा में नहीं बनता जिससे उनका मुंह सूखा-सूखा लगता है और बार-बार पानी पीने के बावजूद प्यास नहीं बुझचीय

3. डायबिटीज (Diabetes)

ये एक ऐसी बीमारी है जिसे कई बीमारियों की जड़ कहा गया है. मधुमेह के मरीजों की एक बड़ी परेशानी है कि उन्हें प्यास काफी ज्यादा (Excessive Thirst) लगती है.

4. फूड हैबिट्स (Food Habits)

अगर आप खाने में जंक फूड (Junk Foods) या काफी ज्यादा मिर्च और मसालेदार भोजन (Spicy Foods) कर रहे हैं तो बार-बार प्यास लगना लाजमी है.

5. अनीमिया (Anemia)

शरीर में खून की कमी को अनीमिया कहा जाता है, इस हालात में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, यही वजह है कि बार-बार पानी पीने के बाद भी प्यास लगनी बंद नहीं होती.

इस बात का रखें ख्याल

कभी भी बेहोश आदमी को पानी पिलाने की कोशिश न करें, क्योंकि वो इसको निगल नहीं पाएगा और सारा पानी फेफड़े में जा सकता है. जानकारी की कमी के कारण कई बार शुभचिंतक अनजाने में जान के दुश्मन बन जाते हैं.