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राजस्थान के सिरोही/करौली में कार्यक्रम में सेना के 500 अधिकारी शामिल, तंबाकू की बुराई को जड़ से खत्म करने की ली शपथ

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करौली.

सेना के सप्त शक्ति कमांड के तत्वावधान में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। इस दौरान 500 अधिकारियों, जूनियर कमीशंड अधिकारियों तथा अन्य रैंकों एवं उनके परिवारों ने बुराई को जड़ से खत्म करने की शपथ ली। सेना के जनसंपर्क अधिकारी (रक्षा) कर्नल अमिताभ शर्मा के अनुसार, इस दौरान विशेषज्ञ डॉ. विरेंद्र सिंह ने धूम्रपान एवं तंबाकू उपभोक्ता के संबंधित खतरों के बारे में जागरुक कराने के आवश्यक रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही वक्ताओं द्वारा युवाओं को तंबाकू के दुष्प्रभावों से बचाने और उन्हें तंबाकू उद्योग के जाल से बचाने के महत्व को बताया गया।

इस अवसर पर तंबाकू उद्योग द्वारा नौजवानों को आकर्षित करने के लिए निरंतर अपनाई जाने वाली रणनीतियों को उजागर किया गया। जो उन्हें स्मोकर्स के रूप में फंसाती है। इसमें भारतीय सेना के सप्त शक्ति कमांड के 500 अधिकारियों, जूनियर कमीशंड अधिकारियों, अन्य रैंकों और उनके परिवारों के द्वारा इस कार्यक्रम में सामाजिक ताने-बाने से इस खतरनाक बुराई को खत्म करने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता और अटूट समर्थन की प्रतिज्ञा ली गई।

आबूरोड स्थित ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में परिसर में हुआ आयोजन
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन परिसर स्थित डायमंड हॉल में चल रहे 5 दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन एवं राजयोग शिविर में उत्तर प्रदेश से आए पांच हजार लोगों को सदा नशे से दूर रहने और समाज, देश को व्यसनमुक्त बनाने का संकल्प कराया गया। इसके साथ ही ब्रह्माकुमार भाई-बहनों ने समाज से व्यसन रूपी बुराई को दूर करने और भारत को संपूर्ण रीति व्यसनमुक्त-नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया।
संस्थान के डायमंड हाल में मेडिकल विंग के सचिव डॉ. बीके बनारसी लाल ने लोगों को प्रतिज्ञा कराते हुए कहा कि आज समाज और देश में व्यसन रूपी बुराई घर-घर में व्याप्त हो गई है। यह देश के साथ-साथ परिवारों को खोखला कर रही है। इससे व्यक्ति स्वयं और परिवार बिखर रहे हैं। आज देश में ऐसे हजारों परिवार हैं, जो नशे के कारण बर्बाद हो चुके हैं। परिवार में मुखिया यदि नशा करता है तो उसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है।
ऐसे में हम सभी का दायित्व बनता है कि समाज से इस व्यसन रूपी बुराई को जड़ से उखाड़ फेकें। डॉ. बनारसीलाल ने सभी को प्रतिज्ञा कराई कि हम संकल्प लेते हैं कि भारत को संपूर्ण रीति व्यसनमुक्त बनाएंगे। अपने घर के आसपास, पड़ोस में जो भी लोग नशा करते हैं, किसी तरह के व्यसनों का सेवन करते हैं उन्हें इसके दुष्परिणाम बताकर दूर रहने का संकल्प कराएंगे। नशामुक्त भारत अभियान को गति देने में तन-मन-धन से संपूर्ण रीति सहयोग करेंगे।

तंबाकू में होते हैं 18 प्रकार के विषैले तत्व
चर्चा में डॉ. बनारसीलाल ने बताया कि तंबाकू का सेवन व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, आर्थिक, सामाजिक और नैतिक स्तर से हानि पहुंचाता है। विश्व भर में तंबाकू के सेवन से 70 लाख से अधिक लोग हर साल काल के गाल में समां जाते हैं। भारत में ही तंबाकू से होने वाली बीमारियों से दस लाख से अधिक लोग मौत का शिकार हो जाते हैं। तंबाकू खाने से दिल का दौरा पड़ता है। धमनियों के रोग और कैंसर होता है। तंबाकू में पाए जाने वाले 18 प्रकार के विषैले तत्व प्रूसीड एसिड पायरोडीन, पायकोलीन मुख्य हैं। इसमें सबसे प्रमुख है निकोटिन जो एक पौंड तंबाकू में 350 ग्रेन पाया जाता है।

सोचने-समझने की क्षमता हो जाती है कमजोर
सबसे बड़ी बात तंबाकू के नियमित सेवन से मस्तिष्क के सोचने-समझने की क्षमता कमजोर होने लगती है। ऐसा व्यक्ति धीरे-धीरे स्वयं से दूर होने लगता है। उसमें चिड़ाचिड़ापन, अनिद्रा, कुंठा व हीन भावना जैसे विकार आ जाते हैं। तंबाकू के सेवन से दांत सड़ने लगते हैं। कई मामलों में यह कैंसर का रूप ले लेते हैं। इसलिए जितनी जल्दी हो सके इसे छोड़ने में ही भलाई है।

करौली में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित
राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय करौली के तत्वाधान में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके तहत नारा लेखन, निबंध प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, संगोष्ठी और संकल्प सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। युवाओं को शपथ दिलाकर स्वयं नशा नहीं करने और अन्य को भी नशा नहीं करने के लिए प्रेरित किया। सीओ स्काउट अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रति वर्ष 31 मई को तंबाकू के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी प्रदान करने, लोगों को नशे के दुष्प्रभाव की जानकारी देने, तंबाकू का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन किया जाता है। राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड द्वारा प्रतिवर्ष राजस्थान प्रदेश में युवाओं एवं बालक-बालिकाओं को तंबाकू से बचने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। सीओ स्काउट गाइड ने बताया कि बालक-बालिकाओं को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से तंबाकू का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही अपने मित्रों, परिजनों, पड़ोसियों को भी तंबाकू का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित किया जाता है।

शिविर संयोजक शिव सिंह सेंगर ने बताया कि तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें बालक-बालिकाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। नारा लेखन प्रतियोगिता में 22 बालक बालिकाओं ने भाग लिया। इसमें प्रथम स्थान अवनी पाल, द्वितीय स्थान विपुल सिंघल, तृतीय स्थान खुशबू शर्मा रही। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अनमोल बंसल जबकि द्वितीय स्थान खुशबू शर्मा, पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान चिराग बंसल, द्वितीय स्थान गौरव बरेडिया एवं तृतीय स्थान पर जया कश्यप रही। भाषण प्रतियोगिता, संगोष्ठी का आयोजन एवं संभागियों को तंबाकू का सेवन नहीं करने की शपथ दिलाई।