जयपुर.
मानव कल्याण के लिए जोबनेर में महात्मा सूर्य देवगिरी महाराज (फक्कड़ बाबा) ने नौतपा की भीषण गर्मी के बावजूद पिछले सात दिनों से अग्नि-तप साधना में लीन होकर तपस्या प्रारंभ की है। यह तपस्या 11 दिवस तक चलेगी और चार जून को पूरी होगी। जूना अखाड़ा संप्रदाय से संबंधित संत शिरोमणि सूर्य देवगिरी महाराज अपने चारों ओर कंडे जलाकर और सिर पर ताप जलाकर दोपहर सवा बारह से तीन बजे तक तपस्या करते हैं।
यह आयोजन मनसा पूर्ण हनुमानजी के मंदिर पर किया जा रहा है, जो डेहरा रोड स्थित अंबेडकर भवन के पास है। महंत कैलाश शर्मा, गोपाल सिरस्वा और सीएम चौहान ने बताया कि रोजाना दोपहर में हनुमान चालीसा पाठ और रामधुनी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तगण शामिल हो रहे हैं। महिलाएं और पुरुष भक्तगण बाबा के दर्शन करने और उनकी तपस्या को देखने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। इस तपस्या का उद्देश्य मानव कल्याण और विश्व शांति है। संत सूर्य देवगिरी महाराज का मानना है कि उनकी यह तपस्या समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगी और लोगों के बीच सद्भावना का संदेश पहुंचाएगी। बाबा का यह अद्वितीय संकल्प समाज के प्रति उनकी गहरी सेवा भावना को दर्शाता है। मनसा पूर्ण हनुमान मंदिर के इस विशेष आयोजन में भाग लेने वाले भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है। बाबा की तपस्या और भक्तों की श्रद्धा इस तपस्या को एक अनूठा धार्मिक आयोजन बना रही है। जोबनेर की पावन धरा पर चल रही इस तपस्या का समापन 4 जून को होगा और उस दिन विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाएगा।