Home धर्म वास्तु शास्त्र के अनुसार भूलकर भी इस तरह न रखें जूते-चप्पल

वास्तु शास्त्र के अनुसार भूलकर भी इस तरह न रखें जूते-चप्पल

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वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो ऊर्जा और स्थानों के बीच संबंधों के बारे में बताता है। बहुत से लोगों का यह भी मानना है कि वास्तु शास्त्र एक ऐसा विज्ञान है जो किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है। हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का बहुत बड़ा प्रभाव माना जाता है। इसमें सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के नियम बताए गए हैं, जिनके बारे में जागरूक रहना जरूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन नियमों को नजरअंदाज करने से घर में रहने वालों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में किसी भी चीज को रखने का निश्चित स्थान होता है। जूते-चप्पल के रखरखाव को लेकर हमारे समाज में अलग-अलग मान्यताएं हैं, इसी को ध्यान रखते हुए आज हम जानेंगे कि वास्तु के अनुसार घर में जूते-चप्पल रखने का सही जगह क्या है? वास्तु शास्त्र कहता है कि जूते-चप्पल को सही तरीके से नहीं रखा गया तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, साथ ही घर में कलह-कलेश का कारण बनता है। जूते-चप्पल एक ऐसी वस्तु है जो सभी घरों में इस्तेमाल की जाती है। इसलिए इसके बारे में आपको भी जानना चाहिए।

जूते इधर-उधर न रखें
अगर घर में जूते-चप्पल अव्यवस्थित तरीके रखे गए तो वास्तु दोषों के कारण घर की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है, घर में कलह-कलेश बढ़ सकता है, साथ ही ये परिजनों में बेचैनी और तनाव का कारण बनता है। इन सब के साथ ही मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती है। इसलिए घर के सदस्यों को यह आदत डालें कि वो अपने जूते इधर-उधर ना छोड़ें।

उत्तर और पूर्व दिशा में जूते न रखें
जूते और चप्पल को उत्तर और पूर्व दिशा में रखने से बचना चाहिए। वास्तु अनुसार, ये दिशाएं देवी लक्ष्मी से जुड़ी हुई हैं और इनमें जूते रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। माना जाता है कि इससे देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।

बंद अलमारी या रैक का इस्तेमाल करें
जूते रखने के लिए खुले रैक से बेहतर है कि आप बंद अलमारी या रैक का इस्तेमाल करें। बंद अलमारी जूता या चप्पल रखने से नकारात्मक ऊर्जा नहीं फैलती है।

दरवाजे के पास जूते न उतारें
घर के दरवाजे के पास जूते-चप्पल का ढेर लगाकर रखना वास्तु के अनुसार गलत माना जाता है। इससे घर के लोगों में आपसी मतभेद बढ़ सकते हैं, और घर में कलेश की स्थिति पैदा होती है।

जूते साफ रखें
यह सुनिश्चित करें कि आप हमेशा अपने जूतों को साफ करके ही रखें। गंदे या टूटे हुए जूते नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं। जूते रखने की जगह को भी हमेशा व्यवस्थित रखना चाहिए। जूते साफ रखने का छोटा प्रयास भी नकारात्मकता को दूर रखने में मददगार होता है।

जूते का रैक कमरे में ना रखें
हो सकता है कपड़े पहनते समय आप अपने जूते का रैक कमरे में रखना सुविधाजनक समझें, लेकिन वास्तु के अनुसार इससे आपके वैवाहिक जीवन पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए जूते का स्टैंड कमरे में न रखें, बल्कि उसे घर के बाहर ही रखें।

उल्टे न रखें जूते चप्पल
घर में जूते-चप्पल अगर उल्टे पड़े हैं तो घर के सदस्यों की सोच पर बुरा असर पड़ता है। इनसे घर में बीमारी, दुख आने लगते हैं। ऐसा होना घर में कलेश का कारण बनता है इसलिए जूते-चप्पल उल्टे दिखें तो उन्हें तुरंत सीधा कर दें।

इन वास्तु नियमों को अपनाकर आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा के संचार को बढ़ा सकते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।