दौसा.
राजस्थान सरकार भले इस 44 डिग्री तापमान में 24 घंटे बिजली देने का दावा करे। लेकिन, दौसा जिले में यह दावे खोखले नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि बिजली गुल होने पर बिजली विभाग के जिम्मेदार जेईएन से लेकर एसई कॉल तक नहीं उठाते हैं। बात दौसा जिला हेड क्वार्टर की जहां जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड दौसा का फीडर नंबर एक पर प्रत्येक दिन रात 10:30 बजे से लेकर और 12:30 तक किसी भी टाइम अघोषित बिजली कटौती लगातार जारी है।
इस अघोषित बिजली कटौती के बीच बिजली विभाग के जिम्मेदार चाहे jen हो AEn हो या जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के SE तक कॉल रिसीव नहीं करते हैं। इन तमाम अधिकारियों के पास जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सीयूजी नंबर मौजूद हैं। इतना होने के बाद यह अधिकारी लापरवाही की सारी हदें पार करने में लगे हैं । बात रामगढ़ पचवारा की करें तो भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती होने आमजन के पसीने छूट रहें हैं। वहीं, दफ्तर में बैठे विद्युत विभाग के आलाधिकारी एसी में बैठकर एसी ठंडी हवा का आनन्द ले रहे हैं। जिले के अलग अलग इलाकों में बिजली कटौती, ट्रिपिंग और कम वोल्टेज की सैकड़ों शिकायतें लोग दफ्तरों में जाकर, ऑनलाइन समेत अन्य तरीकों से दर्ज करा रहे। लेकिन, विद्युत विभाग के अधिकारियों को आमजन से कोई सरोकार होता दिखाई नहीं दे रहा है। अघोषित बिजली कटौती से अब जिले के कई जगहों पर पेयजल का खतरा मंडराने लगा है।
उधर, बिजली कटौती और पेयजल की समस्याओं को लेकर अब लोग सड़कों पर उतरे हुए सरकारी दफ्तरों में अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। मामला दौसा जिले के लालसोट के रामगढ़ पचवारा का है जहां ग्रामीणों का गुस्सा फूटा पड़ा और दर्जनों की संख्या में महिला पुरुष सहायक अभियंता विद्युत कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। बांदीकुई में भी लोग बिजली कटौती, ट्रिपिंग और कम वोल्टेज से परेशान हैं।
वहीं, विश्व प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी धाम दौसा जिले में स्थित है। जहां देश के हर कोने से श्रद्धालु बालाजी महाराज के दर्शन करने आते हैं। बीती दिन देर शाम कई घंटों से विद्युत सप्लाई बाधित होने के कारण आमजन सहित श्रद्धालुओं को भी भीषण गर्मी में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।