बीजिंग
पाकिस्तान में अरबों की परियोजनाओं में काम करने वाले चीनी कर्मियों पर हो रहे आतंकी हमले को लेकर जिनपिंग शहबाज सरकार पर भड़के हुए हैं। चीनी सरकार की नाराजगी दूर करने के लिए पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार चीन पहुंचे लेकिन उन्हें फजीहत झेलनी पड़ी। चीन ने पाकिस्तान से सख्त लहजे में चेतावनी दी कि वह परियोजनाओं में शामिल चीनी श्रमिकों की सुरक्षा पर अच्छे से ध्यान दे। पाकिस्तान इस वक्त गंभीर आर्थिक संकट का सामना तो कर ही रहा है, लगातार बढ़ रहे आतंकी हमलों ने भी शहबाज सरकार की नींद उड़ा रखी है। पाकिस्तान के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार चार दिवसीय यात्रा पर चीन में हैं। उन्होंने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ रणनीतिक चर्चा की। पाकिस्तान हुकूमत के लिए इस वक्त सबसे बड़ी चिंता आर्थिक संकट से निपटना और बढ़ते हमलों पर बीजिंग की नाराजगी को दूर करना है। चीन की शंकाओं को दूर करने और जिनपिंग को मनाने के लिए डार चीन पहुंचे थे।
चीन ने पाकिस्तान को चेताया
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, वांग ने डार से कहा कि चीन को उम्मीद है कि पाकिस्तान अपने देश में चीनी कर्मियों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा। पाकिस्तान में आतंकवादी समूहों द्वारा 60 अरब डॉलर की सीपीईसी परियोजनाओं में काम करने वाले चीनी कर्मियों पर बार-बार होने वाले हमलों से चीन की भी नींद उड़ी हुई है। गौरतलब है कि इसी साल मार्च में, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक चीनी कंपनी द्वारा शुरू की गई दासू जलविद्युत परियोजना के वाहन पर आतंकवादी हमले में पांच चीनी और एक पाकिस्तानी नागरिक मारे गए थे।
चीनी परियोजनाओं की सुरक्षा दोगुना की
डार ने चीनी समकक्ष से कहा कि पाकिस्तान इस जघन्य हमले के साजिशकर्ताओं और अपराधियों को सजा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने यहां चीनी कर्मियों और संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेगा। उन्होंने बताया कि उसने चीनी कामगारों की सुरक्षा के लिए 12,000 जवानों वाला अर्धसैनिक बल गठित किया है।
पाकिस्तान को नकदी संकट से बचाएगा चीन?
वांग ने भी जवाब में नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को समर्थन का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि चीन अपने सदाबहार मित्र के साथ सहयोग को गहरा करने के अपने दृढ़ संकल्प से पीछे नहीं हटेगा। शिन्हुआ में छपि रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग बढ़ाने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि वर्षों से, पाकिस्तान ने दृढ़ता से चीन से मित्रता निभाई है और चीन के मूल हितों से संबंधित मुद्दों पर बिना किसी आपत्ति के उसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि चीन राष्ट्रीय संप्रभुता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में बड़ी भूमिका निभाने में भी पाकिस्तान का दृढ़ता से समर्थन करता है।