सीतामढ़ी
केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने सीतामढ़ी में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने एनडीए के प्रत्याशी और जदयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर के लिए लोगों से वोट मांगे। सीता माता को प्रणाम करके उन्होंने अपनी बात की शुरुआत की। अपने भाषण में अमित शाह लालू प्रसाद यादव, राहुल गांधी समेत इंडिया गठबंधन के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लालू यादव बिहार में 15 साल तक सीएम और केंद्र में 10 साल तक मंत्री रहते बिहार के लिए क्या किया, इसका जवाब नहीं देते। लेकिन मैं भी बनिया का बेटा हूं, जवाब लेकर आया हूं। सीतामढ़ी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान है।
अमित शाह ने कहा कि लालू जी हमेशा बिहार बिहार करते हैं। लेकिन मैं उनसे पूछता हूं कि बिहार के अंदर 15 साल मुख्यमंत्री रहे और केंद्र में 10 साल मंत्री रहे तब बिहार के लिए क्या किया? बिहार राज्य को केंद्र सरकार से कितना रुपया मिला। इस पर कोई जवाब नहीं देते। मगर मैं भी बनिया का बेटा हूं जवाब लेकर आया हूं। 2004 से 2014 तक केंद्र सरकार ने 2 लाख 80 हजार करोड़ दिया। लेकिन, 2014 के बाद मोदी जी ने दस सालों में 11 लाख 23 हजार करोड़ रुपये दिए। बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त करने के लिए कई काम किए गए। जनता की भलाई के लिए उन्होंने कोई योजनाएं भी चलाई। लेकिन लालू जी ने पुनौरा धाम और सीता माता के लिए कुछ नहीं किया। यह काम भी नरेंद्र मोदी ही करेंगे। सीतामढ़ी और जनकपुर को रामायण सर्किट से जोड़ने का काम भी नरेंद्र मोदी करेंगे। जल्द ही रीगा का चीनी मिल चालू हो जाएगा इसके लिए सहकारी समिति बना दी गई है। इसका मुनाफा सीधे सीतामढ़ी के किसानों के बैंक में भेजा जाएगा।
अमित शाह कहा कि मोदी जी ने 500 सालों से टेंट में बैठे रामलला के लिए मंदिर बनवाया। उनके साथ सीता माता भी टेंट में थीं। लेकिन मंदिर बनाने केलिए कांग्रेस पार्टी राजद ने कोई काम नहीं किया बल्कि सालों तक राम मंदिर के सवाल को भटकाते रहे। जब मोदी जी को आपने दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया तो केस भी जीता, भूमि पूजन भी किया और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा करके पूरे विश्व में जय श्री राम का उद्घोष कर दिया। मोदी जी ने जय सियाराम का भी नारा दिया। संघर्ष का नारा जय श्री राम था लेकिन माता सीता को जोड़कर भक्ति और समर्पण का यह नया नारा मोदी जी ने दिया जिसमें माता सीता का भी सम्मान है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली थी तो राहुल गांधी, खड़गे, लाल यादव और तेजस्वी को भी न्योता दिया गया लेकिन कोई नहीं गया। सीतामढ़ी वालों उनसे पूछना जरा क्यों नहीं गए। दरअसल वह अपनी वोट बैंक से डरते हैं इसलिए श्रीराम से दूरी बनाकर रखते हैं। लेकिन हम भारतीय जनता पार्टी वाले हैं, वोट बैंक से नहीं डरते। मोदी जी ने अयोध्या में रामलला का मंदिर बनाया। अब माता-पिता की जन्म भूमि पर मंदिर बनाना बाकी है। जिन लोगों ने अपने आप को रामलला के मंदिर से दूर रखा है वह ऐसा नहीं कर सकते। सीता माता का भव्य मंदिर हम लोग ही बना सकते हैं। यह माद्दा सिर्फ नरेंद्र मोदी में है।