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झारखंड के मनोहरपुर में तीसरी बार धंसा करोड़ों से बना धानापाली पुल, रिस्क लेकर आना-जाना कर रहे ग्रामीण

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रांची/मनोहरपुर.

मनोहरपुर प्रखंड के झारखंड ओडिशा सीमा स्थित धानापाली में बना करोड़ों का पुल तीसरी बार धंस गया। पुल को लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है। पुल धंसने के बावजूद ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आना-जाना कर रहे हैं। बताते चले कि यह पुल वर्ष 2008 में बनाया गया था, पहली बार 2012 में पुल एक स्लैब धंस गया था, जिसे मरम्मत कराया गया था।

उसके बाद दोबारा यह पुल वर्ष 2022 में धंस गया। उसके बाद से लगातार पुल के पुनर्निर्माण, को लेकर ग्रामीण मांग व आंदोलन कर ही रहे थे कि 13 की सुबह पुल का क्षतिग्रस्त हिस्सा 1 फीट तक नीचे दब गया। ग्रामीणों ने बताया कि जोरदार आवाज के साथ पुल का हिस्सा दब गया।ग्रामीण जब पुल की स्थिति देखने पहुंचे तो देखा कि क्षतिग्रस्त पुल का तीसरा स्लैप और नीचे दब गया। ग्रामीणों का कहना है प्रशासन और सरकार जल्द से जल्द इसके एवज में नए पुल निर्माण की ओर पहल करें।

पुल पर आवागमन बंद
पुल धंसने के कारण वर्ष 2022 से ही प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से इस पुल में आवागमन बंद कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया की पुल के बंद होने के कारण ओडिशा की दूरी जो महज एक किमी होती थी, ग्रामीणों को ओडिशा जाने के लिए अब इसके लिए उलटे मनोहरपुर होकर जाना पड़ता है, जिस कारण चार पहिया ले जाने के लिए ग्रामीणों को 25 किमी की दूरी तय करनी पडती है।
ग्रामीण दूरी व समय बचाने के लिए बाइक से अभी भी अपनी जान जोखिम में डाल कर क्षतिग्रस्त पुल से होकर एक ओर से दूसरी ओर आना जाना करते है। ग्रामीण बताते है रोजाना इस क्षेत्र के लोग सब्जी लेकर ओडिशा बेचने जाते हैं, वहीं सैकड़ो की संख्या में लोग स्वास्थ्य सेवा के लिए भी ओडिशा जाते हैं। पंचायत के मुखिया अजित तिर्की ने कहा कि इस प्रकार पुल के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है। सर्वे होने के बावजूद अब तक नये पुल निर्माण के लिए सरकार द्वारा कोई पहल नहीं करना दुर्भाग्य है। कहा कि अब जल्द ही इसके लिए हम सभी ग्रामीण वृहत आंदोलन करेंगे। गांव के रोशन महतो ने कहा की चार पहिया वाहन का आवगामन 2022 से ठप है। इससे सब्जी विक्रेताओं और अन्य साधनों में परेशानी होती है। मज़बूरी में जान जोखिम में डाल कर ग्रामीण बाइक से क्षतिग्रस्त पुल होकर ही आना जाना करते है।