नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के बीच एक मीडिया एजेंसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया. पीएम मोदी ने इस दौरान महंगाई से लेकर रोजगार तक हर मुद्दे पर बातचीत की. पीएम मोदी ने कहा, इस चुनाव के केंद्र बिंदु में 140 करोड़ देशवासी हैं. यही तो लोकतंत्र का सबसे बड़ा तकाजा है. एक प्रकार से किसान, महिला, युवा, खासकर पहली बार वोट डालने वाले युवा बहुत बड़ा प्रभाव पैदा कर रहे हैं. ये लोग सकारात्मक और निर्णायक मतदान कर रहे हैं. तीन चरण के बाद साफ देख रहा हूं कि 400 पार नारा नहीं है, बल्कि यह हकीकत में दिखने लगा है. पहले तीन में यह साफ हो चुका है. सभी आगे भी मतदान करेंगे और बीजेपी और एनडीए की मजबूत सरकार बनाएंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावों का पीएम मोदी ने जवाब दिया. पीएम ने कहा, अब तक वो कह रहे थे कि बीजेपी 400 पार नहीं कर पाएगी. मैं उनकी चर्चा का स्वागत करता हूं. हमको लगता है कि हम 400 पार करेंगे. जहां तक पीएम बनने का सवाल है तो 2013, 2014, 2019 के उनके भाषण सुन लीजिए. उनके और मेरे क्लेम भी देख लीजिए. मैंने सबसे पहले कहा था कि उनके सबसे बड़े नेता इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे. वो सच साबित हुआ और वो राज्यसभा से सदन में पहुंचे. मैंने कहा था कि वो वायनाड से भागेंगे और वोटिंग के बाद दूसरी सीट तलाशेंगे.
'चायवाले का बेटा पीएम कैसे बन सकता है…?'
पीएम मोदी ने कहा, मैं कहता हूं कि उनमें अमेठी से चुनाव लड़ने की ताकत नहीं है. मैंने अब तक जो कुछ कहा, वो सब सच साबित हुआ है. दूसरी तरफ उनको देखा जाए तो वो कहते हैं कि मैं बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा. सदन में भूकंप तो आया नहीं. उनके मन में इच्छा है कि चायवाले का बेटा पीएम कैसे बन सकता है. उनके दिमाग में यह भी भरा पड़ा है कि अगर यह इंसान तीसरी बार पीएम बन गया तो इंदिरा जी का नाम भी नहीं रहेगा. नेहरू जी की बराबरी का हो जाएगा. वो हर चीज में परिवार देखते हैं. उनके परिवार से आगे कुछ नहीं होना चाहिए. इस देश में ऐसी कोई घटना नहीं होनी चाहिए, जिसके कारण उनके परिवार का एक भी व्यक्ति नीचा दिखे. वो राफेल मुद्दा भी इसलिए उठा रहे थे, क्योंकि वो बोफोर्स को धोना चाहते थे. उनकी राफेल में रुचि नहीं थी, बल्कि वो बोफोर्स को धोना चाहते थे. पाप को धोना चाहते थे. उनके दिमाग में ना देश है, ना समाज है.
'सेना को बदनाम करती है कांग्रेस'
सर्जिकल स्ट्राइक पर विपक्ष के सवाल करने पर पीएम मोदी ने आगे कहा, कांग्रेस के माइंड को समझिए. जिसन इस देश के सेनाध्यक्ष को गली का गुंडा कहा. अपने कार्यकाल में सेना को दुर्बल बनाने के लिए काम किया. मुझे लगता है कि उनके दिमाग में चल रहा है कि 1962 की लड़ाई में जो देश की दुर्दशा हुई है और नेहरूजी पर विफलता का जो बहुत बड़ा कलंक लगा है, तब से उनके मन में यह है कि नेहरूजी आर्मी के कारण बदनाम हो गए. वो तब से आर्मी के प्रति नफरत रखते हैं. वो गुस्सा अभी भी प्रकट हो रहा है. 1962 में नेहरू जी की विफलता के बोझ तले यह परिवार दबा हुआ है.
400 पार के नारे पर क्या बोले पीएम मोदी?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावों का पीएम मोदी ने जवाब दिया. पीएम ने कहा, हमने 400 सीटों का बेंचमार्क सेट किया है. उन्हें (विपक्ष को) लगता होगा कि 399 सीटें आएंगी, 398 सीटें आएंगी. इस विमर्श का स्वागत करता हूं. उन्होंने कहा कि 2014 के, 2019 चुनाव के समय के वीडियो निकाल लीजिए. उनके और मेरे पुराने दावे देख लीजिए. पीएम मोदी ने कहा कि मैंने जो दावे किए, वह सब सही साबित हुए. मैंने सबसे पहले कहा था कि उनके सबसे बड़े नेता इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे. वो सच साबित हुआ और वो राज्यसभा से सदन में पहुंचे. मैंने कहा था कि वो (राहुल गांधी) वायनाड़ से भागेंगे और वोटिंग के बाद दूसरी सीट तलाशेंगे. मैं कहता था कि उनमें अमेठी से चुनाव लड़ने की ताकत नहीं है. मैंने अब तक जो कुछ कहा है, वो सब सच साबित हुआ है. दूसरी तरफ उनको देखा जाए तो वो कहते हैं कि मैं बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा. सदन में भूकंप तो आया नहीं.
नेहरू परिवार पर क्या बोले पीएम?
पीएम ने कहा, उनके (कांग्रेस) मन में है कि चायवाले का बेटा पीएम कैसे बन सकता है? उनके दिमाग में यह भी भरा पड़ा है कि अगर यह इंसान तीसरी बार पीएम बन गया तो इंदिरा जी का नाम भी नहीं रहेगा. नेहरू जी की बराबरी का हो जाएगा. वो हर चीज में परिवार देखते हैं. उनके परिवार से आगे कुछ नहीं होना चाहिए. इस देश में ऐसी कोई घटना नहीं होनी चाहिए, जिसके कारण उनके परिवार का एक भी व्यक्ति नीचा दिखे. वो राफेल मुद्दा भी इसलिए उठा रहे थे, क्योंकि वो बोफोर्स को धोना चाहते थे. उनकी राफेल में रुचि नहीं थी, बल्कि वो बोफोर्स को धोना चाहते थे. पाप को धोना चाहते थे. उनके दिमाग में ना देश है, ना समाज है.
सर्जिकल स्ट्राइक और सेना पर क्या बोले पीएम?
सर्जिकल स्ट्राइक पर विपक्ष के सवाल करने पर पीएम मोदी ने आगे कहा, सर्जिकल स्ट्राइक की चर्चा तो बहुत हो चुकी है. कांग्रेस के माइंड को समझिए. जिसने इस देश के सेनाध्यक्ष को गली का गुंडा कहा. अपने कार्यकाल में सेना को दुर्बल बनाने के लिए काम किया. मुझे लगता है कि उनके दिमाग में चल रहा है कि 1962 की लड़ाई में जो देश की दुर्दशा हुई है और नेहरूजी पर विफलता का जो बहुत बड़ा कलंक लगा है, तब से उनके मन में यह है कि आर्मी के कारण नेहरूजी बदनाम हो गए. वो तब से आर्मी के प्रति नफरत रखते हैं. वो गुस्सा अभी भी प्रकट हो रहा है. 1962 में नेहरू जी विफलता के बोझ तले यह परिवार दबा हुआ है, इसलिए वो (परिवार) लगातार आर्मी को गाली देने के रास्ते खोजता रहता है.
राम मंदिर को लेकर क्या कहा?
विपक्ष के राम मंदिर को लेकर सवाल उठाने पर पीएम मोदी ने कहा, अभी उनके परिवार के 30 साल तक सलाहकार रहने वाले का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि इनका विचार तो जिस दिन जजमेंट आया, उसी दिन तय था. जैसे शाहबानो के जजमेंट को उलट दिया, वैसे ही राम मंदिर के जजमेंट को उलट दिया जाएगा और रामलला को फिर से टेंट में भेजकर ही रहेंगे. मोदी समझता क्या है अपने आपको. ये भाव भरा पड़ा है. इसलिए वो रामलला को टेंट में भेजने का मना बनाकर बैठे हैं. इसलिए वो किसी भी हद तक जा सकते हैं. शायद वोट बैंक की राजनीति के लिए उन्हें यह बहुत जरूरी लगता है. उनके मन में बनाने का तो कुछ होता ही नहीं है, हमेशा बर्बाद करने का ही होता है. इसलिए वो बर्बाद करने के मूड में है.
आरक्षण पर क्या बोले पीएम मोदी?
आरक्षण को लेकर विपक्ष के आरोप पर पीएम मोदी ने कहा, विपक्ष द्वारा झूठ फैलाया जा रहा है कि बीजेपी संविधान बदल देगी. सीट जीतने और संविधान बदलने का तर्क बहुत गलत है. इस परिवार ने संविधान के साथ सबसे ज्यादा गद्दारी की है. संविधान सभा और संविधान दोनों ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता है. वे जेबकतरों की तरह व्यवहार कर रहे हैं क्योंकि वे धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं इसलिए वे शोर मचा रहे हैं. संविधान ने एससी, एसटी, ओबीसी को आरक्षण दिया हुआ है. संविधान की मूल भावना के खिलाफ हम होने नहीं देंगे. संविधान सभा की भावना थी कि किसी भी हालत में वे धर्म के आधार पर आरक्षण स्वीकार नहीं करेंगे. बाबा साहब का मत था कि संविधान में हम धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं रख सकते. जो बाबा साहब ने कहा, जो संविधान सभा ने कहा, जिसके प्रति हमारी आस्था है, हम उसको बरकरार रखने के लिए मेहनत कर रहे हैं. ये लोग (विपक्ष) चिल्ला इसलिए रहे हैं, क्योंकि इनका इरादा धर्म के आधार पर आरक्षण देने का है और हम ये होने नहीं देंगे.
संविधान: नेहरू से लेकर इंदिरा-राजीव गांधी के फैसले याद दिलाए
पीएम मोदी ने कहा, 2019 से 2024 तक, हमारे पास करीब 400 सीटें थीं. 360 के करीब हम जीतकर आए थे. एनडीए की बात करें तो हमारे पास 400 के करीब सीटें हमेशा रही हैं. सीट आने से संविधान बदल जाते हैं, ये तर्क गलत है. पीएम ने कहा, संविधान के साथ धोखा इस परिवार (गांधी परिवार) ने किया है. उन्होंने कहा कि संविधान बनने के बाद सबसे पहले पंडित नेहरू ने संविधान बदला. पंडित नेहरू ने सबसे पहले संविधान संशोधन किया और फ्रीडम ऑफ स्पीच को रेस्ट्रिक्ट किया. फिर उनकी बेटी इंदिरा गांधी आईं. इंदिरा ने इमरजेंसी लगा दिया. कोर्ट के जजमेंट को नकार दिया. उनका चुनाव रद्द हो चुका था. संविधान के साथ धोखा उन्होंने (इंदिरा) किया. फिर उनके बेटे राजीव गांधी आए. वे भारत की मीडिया को कंट्रोल करने के लिए एक बिल लाए. देश की मीडिया और विपक्ष ने हो-हल्ला किया तो बच गए लेकिन तब वो संविधान की मूल भावना की खिलाफत करने लगे.