Home राजनीति कांग्रेस-राजद की प्राथमिकता ‘तुष्टिकरण’ और ‘बेटों को सेट’ करना है: मोदी

कांग्रेस-राजद की प्राथमिकता ‘तुष्टिकरण’ और ‘बेटों को सेट’ करना है: मोदी

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कांग्रेस-राजद की प्राथमिकता 'तुष्टिकरण' और 'बेटों को सेट' करना है: मोदी

इंदौर में कांग्रेस की ‘नोटा’ की अपील बेअसर, पहले से ज्यादा अंतर से जीतूंगा : भाजपा उम्मीदवार

इंदौर में ‘‘नोटा’’ की अपील पर आत्मनिरीक्षण करे कांग्रेस : महाजन

हाजीपुर
 प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी ने जंगल राज, परिवारवाद और भ्रष्टाचार को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों पार्टियों की प्राथमिकता 'तुष्टिकरण' और 'बेटों को सेट' करना है जबकि उनका संकल्प 'विकसित बिहार, विकसित भारत' बनाने का है।

मोदी ने सोमवार को हाजीपुर में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार चिराग पासवान के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजद और कांग्रेस में बिहार को आगे बढ़ाने की इच्छाशक्ति ही नहीं है। वे सोच रहे हैं कि जितना समय है उसमें जितना लूट सके, लूट लें। वे अपने बच्चों को सेट करने में लगे हैं। इन्हें आपके बच्चों की चिंता नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा ये लोग (राजद-कांग्रेस) विकास के कार्यों से भागते हैं। इनके नकारेपन ने बिहार के कई अमूल्य दशक बर्बाद किए हैं, इनसे हमें बिहार को बचाकर रखना है। इन दोनों पार्टियों ने तुष्टीकरण को अपना सबसे बड़ा राजनीतिक हथियार बनाया है। इनकी प्राथमिकता उनका वोट बैंक है।
मोदी ने कहा, "राजद-कांग्रेस ने बिहार को सिर्फ पलायन दिया, बिहार को सिर्फ तबाही दी। इनके राज में यहां सिर्फ अपहरण और फिरौती उद्योग ही फला-फूला। हाजीपुर ने देखा है कि कैसे यहां सारे उद्योग धंधे चौपट हो गए जबकि मोदी 'विकसित बिहार, विकसित भारत' के संकल्प को लेकर निकला है।"

 

इंदौर में कांग्रेस की ‘नोटा’ की अपील बेअसर, पहले से ज्यादा अंतर से जीतूंगा : भाजपा उम्मीदवार

इंदौर
 इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निवर्तमान सांसद और उम्मीदवार शंकर लालवानी ने सोमवार को दावा किया कि इस लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से कांग्रेस की ‘‘नोटा’’ की अपील बेअसर साबित होगी और वह पिछली बार के मुकाबले ज्यादा अंतर से चुनाव जीतेंगे।

कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया और वह इसके तुरंत बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। नतीजतन इस सीट के 72 साल के इतिहास में कांग्रेस पहली बार चुनावी दौड़ में नहीं है।

इसके बाद कांग्रेस ने स्थानीय मतदाताओं से अपील की कि वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर ‘‘नोटा’’ (उपरोक्त में से कोई नहीं) का बटन दबाकर ‘‘भाजपा को सबक सिखाएं’’।

भाजपा उम्मीदवार लालवानी ने ओल्ड पलासिया क्षेत्र के एक मतदान केंद्र में वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा कि इंदौर में कांग्रेस की ‘नोटा’ की अपील बेअसर साबित होगी।

भाजपा उम्मीदवार ने कहा, ‘‘इंदौर के मतदाता हमेशा सकारात्मक भूमिका में रहते हैं और वे किसी की नकारात्मक बात कभी नहीं मानते।’’

उन्होंने कहा कि इंदौर के मतदाता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हैं और इस समर्थन के बूते वह पिछली बार के मुकाबले ज्यादा अंतर से चुनाव जीतेंगे।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान लालवानी ने अपने नजदीकी प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी को 5.48 लाख वोट से हराया था। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान इंदौर में 69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। तब इस सीट पर 5,045 मतदाताओं ने ‘‘नोटा’’ का विकल्प चुना था।

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने नंदा नगर क्षेत्र में मतदान किया। उन्होंने एक सवाल पर संवाददाताओं से कहा कि इंदौर के मतदाता ‘सकारात्मक’ हैं और मुस्लिम समुदाय भी कांग्रेस की ‘‘नोटा’’ की ‘नकारात्मक अपील’ खारिज कर देगा।

उन्होंने कहा,‘‘अगर मुस्लिम भाई भी कतार लगाकर मतदान कर रहे हैं, तो वे भी प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में वोट देंगे क्योंकि सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ मुस्लिम भाइयों को ही मिला है।’’

 

इंदौर में ‘‘नोटा’’ की अपील पर आत्मनिरीक्षण करे कांग्रेस : महाजन

इंदौर
 लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने राजनीति में ‘सकारात्मकता’ की जरूरत पर जोर देते हुए सोमवार को कहा कि कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि उसे इंदौर लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से ‘नोटा’ को वोट देने की अपील क्यों करनी पड़ी।

कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया और वह इसके तुरंत बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। नतीजतन इस सीट के 72 साल के इतिहास में कांग्रेस पहली बार चुनावी दौड़ में नहीं है।

इसके बाद कांग्रेस ने स्थानीय मतदाताओं से अपील की कि वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर ‘‘नोटा’’ (उपरोक्त में से कोई नहीं) का बटन दबाकर ‘‘भाजपा को सबक सिखाएं’’।

महाजन ने ओल्ड पलासिया क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव में इस बार भारत को सशक्त बनाने के लिए सहमति देने के वास्ते मतदान किया जा रहा है।’’

इंदौर में कांग्रेस की ‘‘नोटा’’ की अपील पर उन्होंने कहा कि खुद कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि उसकी यह स्थिति क्यों हुई और उसे ऐसा आह्वान क्यों करना पड़ा।

भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शामिल महाजन, लोकसभा में 1989 से 2014 के बीच लगातार आठ बार इंदौर की नुमाइंदगी कर चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह नोटा क्या होता है? हमें जीवन में हमेशा सकारात्मक बने रहना चाहिए और नकारात्मकता को जीवन में नहीं आने देना चाहिए।’’

इंदौर के कांग्रेस उम्मीदवार बम के ऐन मौके पर पर्चा वापस लेने से इस प्रमुख विपक्षी दल के चुनावी दौड़ से बाहर होने के घटनाक्रम को लेकर महाजन ने हाल ही में हैरानी जताई थी।

उन्होंने यह भी कहा था कि इंदौर लोकसभा सीट के इतिहास में अपनी तरह के पहले चुनावी पालाबदल से नाराज कुछ पढ़े-लिखे लोगों ने उन्हें फोन करके कहा था कि अब वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर ‘नोटा’ का विकल्प चुनेंगे।