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अजमेर में मदरसे में कत्ल के बाद मौलाना की घिनौनी करतूत का खुलासा, यौन शोषण से दुखी होकर बच्चों ने कर दी हत्या

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अजमेर

राजस्थान के अजमेर हुई एक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक मदरसे में कत्ल के बाद मौलाना की घिनौनी करतूत का खुलासा हुआ है। 32 साल के मौलाना मोहम्मद माहिर की पिछले महीने 27 अप्रैल की गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। अब खुलासे के बाद पुलिस ने मदरसे के छह नाबालिग बच्चों को हिरासत में लिया है। इन बच्चों ने कबूल किया है कि मौलवी की हत्या उन्होंने ही की थी। बच्चे मौलाना के यौन शोषण से तंग आ चुके थे। छुटकारा पाने के लिए उन्होंने कत्ल की साजिश रची थी और बचने के लिए भी एक कहानी तैयार कर ली थी।

पुलिस भी पिछले 15 दिनों से बच्चों की उस कहानी में फंसी थी। बच्चों का दावा था कि मास्क लगाए तीन लोगों ने माहिर की हत्या कर दी और उन्हें चुप रहने की धमकी दी थी। अजमेर के एसपी देवेंद्र कुमार बिश्नोई का कहना है कि केस अजमेर पुलिस की स्पेशल टीम के लिए एक चुनौती बन चुकी थी क्योंकि जांच में कुछ भी सामने नहीं आ रहा था। सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा चुकी थी। उत्तर प्रदेश के रहने वाले माहिर की पृष्ठभूमि की जांच भी कर ली गई थी और कुछ भी सुराग नहीं मिल रहा था। बच्चे भी पूरे विश्वास के साथ अपनी बात पर टिके हुए थे।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मदरसे के बच्चों के मुताबिक माहिर एक छात्र का यौन शोषण करता था। उसने जब सबकुछ उजागर कर देने की धमकी तो दो माहिर ने उसे पैसों का लालच देकर चुप कर दिया। लेकिन वह शोषण करता ही रहा। इसके बाद इन बच्चों ने माहिर को सजा देने का प्लान तैयार किया। उन्होंने बेहोशी की हालत में माहिर की हत्या कर दी। छह बच्चों ने मिलकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया।

कैसी की गई हत्या
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चे मौलाना के यौन शोषण से दुखी थे और सजा देना चाहते थे। हत्या से दो दिन पहले माहिर यूपी के अपने गांव से वापस आया था। 26 अप्रैल को बच्चे एक दवा की दुकान से नींद की गोलियां खरीदकर लाए। वे माहिर के खाने में इसे मिलाना चाहते थे। लेकिन उस रात मौलाना ने बाहर खाना खाया। रात को जब वह मदरसे में वापस लौटे तो बच्चों ने उन्हें दही खाने को दी। इसमें उन्होंने पहले ही नींद की गोलियां मिला दीं थीं। कुछ देर बाद मौलाना जब गहरी नींद में सो गए तो बच्चे स्टोर रूम से रस्सी और डंडे लाए। फिर उन्होंने गले में रस्सी डालकर गला घोंट दिया और डंडे से कई वार किए। माहिर की धड़कन बंद होने के बाद बच्चे कमरे से बाहर चले गए।