लखनऊ
लोकसभा चुनावों के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव को एक बार फिर झटका लगा है। दरअसल शुक्रवार को सपा के दिग्गज नेता रहे नथुनी प्रसाद कुशवाहा ने भाजपा का दामन थाम लिया। गोरखपुर में बीजेपी की ओर से आयोजित सभा के मंच पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। वहीं इस कार्यक्रम से भाजपाई उत्साहित हैं। जिलाध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारियों ने भी खुशी जताई।
कुशीनगर के पडरौना के रहने वाले एनपी कुशवाहा शुक्रवार को सपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सदस्यता ली। एनपी कुशवाहा की मौर्य बिरादरी पर मजबूत पकड़ है। वह कई शिक्षण संस्थाओं के प्रबंधक हैं। 66 साल के एनपी कुशवाहा पिछले लोकसभा चुनाव में कुशीनगर से सपा उम्मीदवार थे। हालांकि तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और वह दूसरे स्थान पर रहे थे। 22 साल की उम्र में जेपी आंदोलन में जेल गए एनपी कुशवाहा छात्र जीवन में आरएसएस के स्वयंसेवक भी रहे।
एनपी मौर्य ने लोकदल से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। साल 1996 में पडरौना सदर से सपा से विधानसभा प्रत्याशी बने हालांकि तब वह हार गए। इसके बाद बसपा में चले गए और 2004 में पडरौना लोकसभा से बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और दूसरे नंबर पर आए। इसके बाद फिर सपा में वापसी की। 2007 में सेवरही और 2012 में खड्डा विधानसभा से सपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े।
प्रदीप सिंह बब्बू और राजेश कश्यप ने भी दिया इस्तीफा
इससे पहले प्रदीप सिंह बब्बू ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर अनदेखी करने और चुनिंदा लोगों से घिरे होने का आरोप लगाते हुए 7 मई को पत्र भेजा था। इसके अलावा शाहजहांपुर से भी राजेश कश्यप ने भी 4 मई को भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके अलावा खुटार नगर पंचायत अध्यक्ष मैना देवी भी भाजपा में शामिल हो गईं। बता दें कि सपा ने पहले राजेश कश्यप को शाहजहांपुर से अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन उनका पर्चा खारिज हो गया था। लेकिन ऐन मौके पर सपा ने ज्योत्सना गोंड को प्रत्याशी घोषित कर दिया।