हाल ही में सोशल मीडिया पर "iPhone फिंगर" टर्म की चर्चा काफी तेजी से फैली है. इसे स्मार्टफोन, खासकर iPhones के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाली समस्या बताया जा रहा है. लोगों का मानना है कि फोन को पकड़ते समय छोटी उंगली पर जोर पड़ने से उसमें एक निशान या गड्ढा पड़ जाता है. टेक्नो विशेषज्ञ इस बात को लेकर चिंतित हैं. आइए इसके बारे में सबकुछ जानते हैं.
क्या होता है iPhone Finger?
आप दोनों हाथों की छोटी उंगलियों को देखें. क्या एक उंगली दूसरी से ज्यादा टेढ़ी दिखती है? खासकर जिस हाथ में आप ज्यादा फोन पकड़ते हैं, उसकी छोटी उंगली में ये निशान ज्यादा दिख सकता है.
क्या ये कोई बीमारी है?
हालांकि कई लोगों को "iPhone फिंगर" की फिक्र है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि ये कोई बीमारी नहीं है. न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक एक हड्डी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर पीटर इवांस का कहना है कि छोटी उंगली में ये निशान होना आम है. हर किसी की उंगलियां थोड़ी अलग होती हैं. डॉ. इवांस की इस बात से ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट अप्रेल हिब्लर और हाथ के सर्जन डॉ. माइकल गियरी सहमत हैं. उनका कहना है कि "iPhone फिंगर" कोई मेडिकल टर्म नहीं है.
हालांकि, डॉक्टर इवांस ये भी कहते हैं कि हो सकता है कुछ लोगों को पहले से ही कोई उंगली से जुड़ी समस्या हो और ज्यादा फोन इस्तेमाल करने से वो बढ़ जाए. लगातार फोन इस्तेमाल करने से जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है. लेकिन डॉक्टर ये साफ करते हैं कि ज्यादा फोन इस्तेमाल करने से उंगली का आकार टेढ़ा होना एक मिथ है.
फोन इस्तेमाल से होने वाली समस्याएं
हालांकि "iPhone फिंगर" कोई बीमारी नहीं है, लेकिन डॉक्टर इवांस फोन इस्तेमाल से होने वाली कुछ दूसरी समस्याओं के बारे में बताते हैं. जैसे "स्मार्टफोन एल्बो" – जिसे मेडिकल भाषा में क्यूबिटल टनल सिंड्रोम कहते हैं. ये उन लोगों को हो सकता है जो घंटों तक 90 डिग्री से ज्यादा मोड़कर फोन को कोहनी के सहारे संभालते हैं. इससे छोटी उंगली में सुन्नपन या झुनझुनाहट आ सकती है.
इसके अलावा डॉक्टर ज्यादा फोन इस्तेमाल करने से "टेक्स्टिंग थंब" या "टेक्स्टिंग नेक" की समस्या होने की चेतावनी देते हैं. ज्यादा टेक्स्ट और स्वाइप करने से अंगूठे के जोड़ों में दर्द हो सकता है. गर्दन के लिए भी ये आदत अच्छी नहीं है. हमारा सिर करीब 10 से 12 किलो वजन का होता है. नीचे की तरफ झुककर फोन देखने से गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है जिससे दर्द और जकड़न हो सकती है.