इंदौर
सवा सौ करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपित अभय राठौर पकड़ा गया। आरोपित एटा(उप्र) में रिश्तेदारों के घर में छुपा हुआ था। आरोपित ने पकड़ने पहुंचे पुलिसवालों से बहस की और गिरफ्तारी वारंट मांग कर दबाव बनाने की कोशिश की। पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने चार थानों की टीम भेजी थी। सख्ती करने पर राठौर प्रलोभन देकर बचने की कोशिश करने लगा।
गुलाब बाग कालोनी निवासी अभय राठौर(निलंबित एक्जीक्यूटिव इंजीनियर)की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। गुरुवार रात पुलिस ने मांगलिया से अभय राठौर के रिश्तेदार को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ के आधार पर एटा(उप्र)में दबिश मार दी। राठौर अपने बेटे जयसिंह के ससुराल वालों की मदद से फरारी काट रहा था। राठौर को पकड़ते ही रिश्तेदारों ने भाजपा नेताओं को बुला लिया।
पुलिसकर्मियों से बहस की और कहा कि गिरफ्तारी वारंट के बगैर नहीं ले जा सकते। एफआइआर, इनाम प्रतिवेदन और वारंट बताते ही राठौर चुप हो गया। उसने पुलिसकर्मियों को प्रलोभन देने की कोशिश भी की। राठौर की गिरफ्तारी से निगर निगम में पदस्थ रहे पूर्व अफसरों और कर्मचारियों की गिरफ्तारी का रास्ता भी साफ हो जाएगा।
नगर निगम के ड्राइवर से मिला सुराग
इंदौर डीसीपी जोन-3 पंकज पांडे ने राठौर की गिरफ्तारी के लिए एमजी रोड़, छोटी ग्वालटोली, पलासिया, हीरानगर और बाणगंगा थानों के तेजतर्रात पुलिसकर्मियों की टीम गठित की थी। इनाम राशि भी बढ़ा कर 25 हजार रुपये कर दी गई थी। राठौर ने कुछ दिन पूर्व नया नंबर लिया था। नगर निगम से जुड़े एक ड्राइवर से बात करते ही पुलिस को खबर मिल गई।
देर रात मांगलिया में छापा मारा देर रात एसआइ शकील खान टीम लेकर रवाना हो गए। साइबर सेल की मदद से मोबाइल लोकेशन निकाली और राठौर तक जा पहुंचे। शातिर राठौर अपना मोबाइल और सिम कार्ड घर पर ही छोड़ गया था। घर पर भी भस्म आरती(उज्जैन) का बोल कर निकला था।
चार प्रकरणों में पूछताछ करेगी एसआइटी
ड्रेनेज घोटाले में पुलिस ने क्रिस्टल इंटरप्राइजेस, इश्वर इंटरप्राइजेस, ग्रीन कंस्ट्रक्शन, किंग कंस्ट्रक्शन, राहुल बढ़ेरा, जाह्नवी कंस्ट्रक्शन, क्षितित इंटरप्राइजेस के विरुद्ध चार केस दर्ज किए थे। मामले में ठेकेदार राहुल बढ़ेरा, रेणु बढ़ेरा, मोहम्मद साजीद, मोहम्मद जाकीर, लिपित राजकुमार सालवी, इंजीनियर उदय भदौरिया, आपरेटर चेतन भदौरिया सहित कर्मचारी मुरलीधरन करता को गिरफ्तार कर चुकी है।सभी ने पूछताछ में राठौर को मास्टर माइंड बताया था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमितसिंह शनिवार को अधिकृत खुलासा करेंगे।
इंदौर नगर निगम घोटाले की एक आरोपित को मिली जमानत
इंदौर नगर निगम में करोड़ों के फर्जीवाड़े को अंजाम देने वाली फर्म क्षितिज की ठेकेदार रेणू वढेरा को शुक्रवार को सत्र न्यायालय से जमानत मिल गई। उसने यह कहते हुए जमानत के लिए आवेदन किया था कि वह गृहणी है। फर्जीवाड़ा उसके पति ने किया है। उसकी ओर से कोर्ट को यह भी बताया गया था कि उसे थाइराइड सहित कई बीमारियां हैं। उसके कहीं भागने या साक्ष्य को प्रभावित करने की कोई आशंका नहीं है।