अमरावती
महाराष्ट्र के अमरावती जिले (Amravati) में अनोखी शादी हुई. यहां 8 मई को एक 80 साल के दूल्हे और 65 साल की दुल्हन की शादी मंडप में धूमधाम से कराई गई. यह शादी कराने वाले कोई और नहीं, दूल्हा-दुल्हन के बेटे-बहू, पोते और दोस्त थे. दरअसल, बुजुर्ग की पत्नी का निधन हो गया था, इसके बाद से वह खुद को अकेला महसूस कर रहे थे. पिता ने शादी की जिद की तो बेटों ने दुल्हन तलाशकर शादी करवा दी.
यह मामला अंजनगांव सुर्जी तालुका के चिंचोली रहिमापुर का है. यहां 80 साल के दूल्हा और 65 साल की दुल्हन की शादी में दूल्हे का 50 साल का बेटा भी शामिल हुआ. पिता की शादी में बेटा-बेटी और परिजनों ने जमकर डांस किया.
दरअसल, अंजनगांव सुरजी तालुका के चिंचोली रहिमापुर निवासी 80 वर्षीय विट्ठल खंडारे की पत्नी की तीन साल पहले मृत्यु हो गई थी. विट्ठल खंडारे चार बेटों, बेटियों, पोते-पोतियों वाले हैं. 80 साल की उम्र में विट्ठल अपनी पत्नी के न रहने पर अकेला महसूस कर रहे थे. विट्ठल ने अपने बच्चों से कहा कि मैं शादी करना चाहता हूं.
शुरुआत में बच्चों ने उनके फैसले का विरोध किया. हालांकि, विट्ठल राव खंडारे की शादी की जिद को देख उनके बेटे भी मान गए और पिता की शादी के लिए तैयार हो गए. इसके बाद पिता के लिए दुल्हन ढूंढ़ना शुरू कर दिया. दुल्हन ढूंढ़ना आसान नहीं था. इसीलिए दूल्हे का बायोडाटा तैयार किया गया.
काफी खोजबीन के बाद अकोला में तय हुआ रिश्ता
उम्र को देखते हुए ऐसी दुल्हन मिलना मुश्किल था. हालांकि फिर भी बेटों ने अपने पिता के लिए दुल्हन की तलाश शुरू कर दी. आखिरकार विट्ठल खंडारे के बेटों ने अकोला के अकोट की 66 वर्षीय महिला से शादी की बात की और रिश्ता तय हो गया. इसके बाद 8 मई को विट्ठल खंडारे का विवाह समारोह चिंचोली रहिमापुर गांव में आयोजित किया गया. विट्ठल खंडारे के बेटे अपने पिता को दूल्हे के रूप में गांव से ले गए.
इस बारात में दूल्हा और उसके बच्चे एक साथ गाने पर थिरकते नजर आए. इसे देखकर पोते-पोतियां भी डांस करने लगे. इस विवाह समारोह में चिंचोली रहिमापुर के ग्रामीण भी शामिल हुए. 80 साल के दूल्हे और 65 साल की दुल्हन की चर्चा चिंचोली रहिमापुर गांव और अकोला जिले के अकोट तालुका समेत पूरे अमरावती जिले में हो रही है.