नई दिल्ली.
यूरोपीय संघ के दूत हर्वे डेल्फिन ने भारत के साथ संबंधों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है, जिसने यूरोपीय संघ के लिए काफी महत्व हासिल किया है। यह साझेदारी और गहरी होगी। बता दें, भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत डेल्फिन गुरुवार को यूरोप दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे हुए थे।
इस दौरान उन्होंने कहा, 'इस अशांत माहौल में एक देश है और एक संबंध है, जिसने यूरोपीय संघ के लिए काफी महत्व हासिल किया है और वह भारत है। भारत के साथ संबंध यूरोपीय संघ के लिए काफी महत्वपूर्ण है।' यूरोप में शांति और एकता का जश्न मनाने के लिए हर साल नौ मई को यूरोप दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। दूत ने कहा कि यूरोप में उन्हें भारत के साथ मजबूत संबंध बनाने की रणनीतिक प्रासंगिकता और महत्व का अहसास हुआ है।
हमारी साझेदारी मजबूत हुई
डेल्फिन ने कहा, 'यूरोप में हमने भारत के साथ, हमारे लिए, हम दोनों के लिए और शेष विश्व के लिए मजबूत संबंध बनाने की रणनीतिक प्रासंगिकता और महत्व को महसूस किया है। हमारी साझेदारी मजबूत हुई है और हमें विश्वास है कि यह साझेदारी गहरी और व्यापक होगी।'
अकेले सरकार का मामला नहीं
संबंधों को बढ़ाने में व्यापारिक समुदाय की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच साझेदारी अकेले सरकार का मामला नहीं है। दूत हर्वे ने कहा कि फेडरेशन ऑफ यूरोपियन बिजनेस इन इंडिया (फेबी), भारत-यूरोपीय संघ संबंधों के लिए एक प्रेरक शक्ति होगी।
भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंध दुनिया के लिए अहम
जयशंकर ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंधों को 'दुनिया के लिए भी अहम' करार दिया। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ न केवल हमारा सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार है, बल्कि संबंध बहुत गहरे हैं, जो कई क्षेत्रों में फैले हुए हैं। भारत में ईयू के राजदूत हर्वे डेल्फिन के साथ बातचीत करते हुए जयशंकर ने कहा, 'मुझे लगता है कि आज भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंध न केवल हम में से प्रत्येक के लिए बल्कि दुनिया के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। यूरोपीय संघ हमारा सबसे बड़ा आर्थिक भागीदार है, लेकिन यह उससे कहीं अधिक है।'