नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद भारत विरोधी टिप्पणियां करने वाला मालदीव अब घुटनों पर है। मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर गुरुवार को दिल्ली में एस जयशंकर से मिले। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की आलोचना करने और भारत से रिश्ते बिगड़ने पर भी बात की। मूसा जमीर ने साफ कहा कि मालदीव की ओर से दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जल्दी ही मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी जल्दी ही भारत के दौरे पर आएंगे। मूसा जमीर का यह रुख ऐसे समय में आया है, जब दोनों देशों के बीच कई महीनों से तनाव की स्थिति है। यही नहीं मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में भी कमी आई है।
मूसा जमीर ने पीएम नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणियों को लेकर कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि दोबारा ऐसा न हो। इसके अलावा राष्ट्रपति मुइज्जू के चीन दौरे को लेकर भी कहा कि हमारी पहले तो भारत से ही बात हुई थी। राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद पहला दौरा भारत का ही करना चाहते थे, लेकिन फिर चीन गए। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति मुइज्जू तो चीन के साथ ही तुर्की के दौरे पर भी गए थे। हमने इसे लेकर दिल्ली से बात भी की थी। लेकिन दोनों पक्षों के बीच तब कोई सहमति नहीं बन सकी थी। ऐसे में हम सोचा कि कुछ समय बाद ही मुइज्जू दिल्ली जाएंगे।'
मालदीव के नेता ने कहा कि हमारी विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुइज्जू से मुइज्जू के दिल्ली दौरे को लेकर बात हुई है। उन्होंने कहा कि हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि चीन के साथ कोई सैन्य समझौता न हो। मूसा ने कहा कि जल्दी ही मुइज्जू दिल्ली आएंगे और हमारे रिश्ते बेहतर होंगे। मूसा जमीन ने कहा, 'मैं नहीं मानता कि चीन के साथ कोई मिलिट्री समझौता होगा। मालदीव के राष्ट्रपति ने साफ किया है कि हम कोई भी विदेशी सेना अपने देश में नहीं चाहते।' मूसा ने कहा कि हमने भारत से मांग की है कि मालदीव को कर्ज संकट से निपटने में भी मदद की जाए। मूसा ने कहा कि मालदीव की अर्थव्यवस्था के लिए भारत के साथ अच्छे रिश्ते रखना जरूरी है।
वहीं तनाव के दौरान भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर भी मूसा ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि मुइज्जू ने सरकार ऐसी टिप्पणियों के खिलाफ थी। जो भी कहा गया था, वह हमारी सरकार का स्टैंड नहीं था। मूसा जमीर ने कहा, 'आपने देखा होगा कि हमने तभी कहा था कि ऐसा कुछ भी हमारी सरकार का स्टैंड नहीं है। हम यह भी मानते हैं कि जो कुछ हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। हम इस मामले में उचित ऐक्शन लेंगे और यह तय करेंगे कि दोबारा ऐसा कभी न हो।'