नई दिल्ली
एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) ने सिक लीव लेने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। एयरलाइन ने 25 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इन कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर थमा दिया गया है। बड़ी संख्या में क्रू मेंबर्स के सिक लीव लेने के कारण एयरलाइन की 90 से अधिक फ्लाइट्स को कैंसल कर दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया एक्सप्रेस एयरलाइन्स के करीब 25 कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया गया है। ये कैबिन क्रू मेंबर काम पर नहीं आए जिसके कारण हजारों यात्रियों को परेशानी हुई। एयरलाइन ने बुधवार को कहा था कि उसके कई सीनियर क्रू मेंबर्स ने अचानक सिक लीव ले ली है। यह सिलसिला मंगलवार की रात को शुरू हुआ और बुधवार तक चलता रहा। कंपनी के 300 कर्मचारी सिक लीव पर चले गए। इस कारण एयरलाइन को 90 से अधिक इंटरनेशनल और घरेलू उड़ानें कैंसल करनी पड़ी हैं। सिविल एविएशन अथॉरिटी इस मामले की जांच कर रही है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस एयर इंडिया की सहयोगी कंपनी है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की शुरुआत अप्रैल 2005 में हुई थी। यह दिल्ली, मुंबई, त्रिवेंद्रम और कोच्चि से खाड़ी देशों के लिए फ्लाइट्स ऑपरेट करती है। एयर इंडिया को कुछ साल पहले टाटा ग्रुप ने खरीद लिया था। एयर इंडिया एक्सप्रेस में संकट ऐसे समय गहराया है जबकि उसकी एआईएक्स कनेक्ट (एयरएशिया इंडिया) के साथ मर्जर की प्रक्रिया चल रही है। बड़ी संख्या में क्रू मेंबर्स के अचानक सिक लीव पर चले जाने के बाद बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल रहा। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने गोवा, गुवाहाटी और श्रीनगर की फ्लाइट अंतिम क्षणों में कैंसल कर दी। यात्रियों की शिकायत थी कि उन्हें इसकी जानकारी एयरपोर्ट पहुंचने पर मिली।
एयरलाइन सेक्टर का बुरा हाल
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स कैंसल होने से देशभर में करीब 13,000 यात्री प्रभावित हुए। एयर इंडिया एक्सप्रेस रोजाना 350 से 400 फ्लाइट्स ऑपरेट करती है। इनमें से 250 इंटरनेशनल और 120 घरेलू उड़ानें हैं। इस संकट को देखते हुए कंपनी ने 13 मई तक 40 फ्लाइट्स में कटौती करने की घोषणा की है। पीक सीजन में एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स कैंसल होने से एयरलाइन सेक्टर पर दबाव बढ़ गया है। इंजन में समस्या के कारण इंडिगो के 75 विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। गोएयर बंद पड़ी है जबकि स्पाइसजेट की भी कई उड़ानें बंद हैं। एयरबस और बोइंग की तरफ से नए विमानों की डिलीवरी की रफ्तार भी धीमी पड़ी है।