अजमेर.
अजमेर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए जन शिक्षण संस्थान की निदेशक को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। निदेशक ने संस्थान के कर्मचारी को उसकी बढ़ी हुई सैलरी देने की एवज में साल के 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। कर्मचारी ने एसीबी को इसकी शिकायत दी। इस पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। एसीबी ने संस्थान की निदेशक के आवास और कार्यालय पर भी सर्च किया।
जानकारी के मुताबिक जन शिक्षण संस्थान के पीड़ित कर्मचारी राजीव कॉलोनी अजमेर निवासी शैलेंद्र कुमार 1993 से वह जन शिक्षण संस्थान में कार्यरत हैं। 2021 में उसे प्रोग्राम ऑफिसर के पद का एडिशनल चार्ज दिया गया था। एडिशनल चार्ज मिलने के बाद उसकी सैलरी 14,000 से 26,000 की गई थी। सैलरी बढ़ाने के बाद संस्थान की निदेशक श्वेता आनंद ने सैलरी बढ़ाकर देने की एवज में 4 हजार रुपये हर महीने देने साल के करीब 40 हजार रुपये की रिश्वत मांग की। उसने निदेशक को रिश्वत देने से मना कर दिया था। उसे लगातार परेशान किया गया और उसकी बढ़ी हुई सैलरी भी नहीं दी गई। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद उसने कुछ दिनों पहले परेशान होकर एसीबी से इसकी शिकायत की थी।
एसीबी अजमेर की इंस्पेक्टर मीरा बेनीवाल ने बताया कि शैलेंद्र कुमार की शिकायत पर सत्यापन किया गया। इसके बाद सोमवार को एसीबी टीम ने जन शिक्षण संस्थान की निदेशक श्वेता आनंद को 20 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप किया। ट्रैप की कार्रवाई एडिशनल एसपी भागचंद मीणा के नेतृत्व में की गई है।