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राममंदिर का नक्शा ठीक से नहीं बना, वास्तु के लिहाज से ठीक नहीं बनाया गया मंदिर – रामगोपाल

मैनपुरी

 लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तीसरे चरण का मतदान हो रहा है। यूपी की 10 सीटों पर मतदान जारी है। इस बीच सपा के वरिष्‍ठ नेता रामगोपाल यादव ने राममंदिर को लेकर एक विवादित बयान दिया है जिस पर भाजपा नेताओं ने उनकी पार्टी की घेराबंदी शुरू कर दी है। रामगोपाल यादव ने राममंदिर के दर्शन के लिए न जाने पर भाजपा द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा, ' हम तो रोज राम के दर्शन करते हैं।'  राममंदिर क्‍यों नहीं गए? इस सवाल पर रामगोपाल ने कहा, 'वो बेकार का है। मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं? मंदिर ऐसे नहीं बनते। पुराने मंदिर देख लीजिए कैसे बने हैं। दक्षिण से लेकर उत्तर तक। नक्शा ठीक से नहीं बना है। वास्तु के लिहाज से ठीक नहीं बनाया गया मंदिर वो। अब यह मामला जोरदार तरीके से उठाया गया है।

रामगोपाल का यह बयान तब सामने आया है जब मैनपुरी सहित यूपी की 10 सीटों पर मतदान हो रहा है। आज फिरोजाबाद और बदायूं की सीट पर भी वोट पड़ रहे हैं। फिरोजाबाद से प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव और बदायूं से शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्‍य यादव मैदान में हैं। यानी इस चरण में मैनपुरी से डिंपल यादव के अलावा यादव परिवार के तीन सदस्‍य चुनाव लड़ रहे हैं। पूरा सैफई परिवार जीत सुनिश्चित करने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहा है। इस बीच राजनीतिक जानकारों का कहना है कि रामगोपाल यादव के बयान ने एक बार फिर बैठे बिठाए भाजपा को सपा पर हमला करने का मुद्दा दे दिया है। भाजपा नेता रामगोपाल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आचार्य प्रमोद कृष्‍णन ने कहा कि समाजवादी पार्टी राम और राष्‍ट्रविरोधी है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्‍ता डा.समीर सिंह ने कहा कि रामगोपाल से पहले अखिलेश यादव भी अपमान कर चुके हैं। जनता इनका जवाब देगी।

वे आरोप लगा रहे हैं कि समाजवादी पार्टी एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए हिन्‍दुओं की आस्‍था पर चोट करती है। रामगोपाल यादव ने इसके पहले रामनवमी के मौके पर भी बयान दिया था। तब एक सवाल के जवाब में भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्‍होंने कहा था कि रामनवमी हमेशा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। अब कुछ लोगों ने इसे पेटेंट करा लिया है। यह उनकी बपौती नहीं है। उन्‍होंने कहा था, 'करोड़ों लोग हजारों वर्षों से रामनवमी मनाते आ रहे हैं और इस देश में केवल एक राम मंदिर नहीं है। उन्होंने अधूरी प्राण-प्रतिष्ठा की है। शंकराचार्य इसके खिलाफ थे। मैंने कभी किसी की पूजा नहीं की। मैं दिखावा नहीं करता हूं। भगवान का नाम लेता हूं लेकिन पाखंडी नहीं हूं। पाखंडी लोग ये सब करते हैं। भगवान राम इन लोगों को दंड देंगे।’